राम-भरत का प्यार देख भर आई दर्शकों की आंखें
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : हनुमान, क्या तुम्हारे दिल में भी राम हैं जो तुम इस कीमती माला को तो
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : हनुमान, क्या तुम्हारे दिल में भी राम हैं जो तुम इस कीमती माला को तोड़ रहे हो। तुम्हें मालूम नहीं है कि माता सीता की दी गई यह माला कितनी मूल्यवान है। विभीषण के हनुमान को कहे इन शब्दों के साथ मंच पर सन्नाटा छा जाता है। इतने में हनुमान विभीषण के सवाल पर हामी भरते हुए जैसे ही अपना सीना चीरकर भगवान राम व माता सीता के दर्शन कराते हैं तो आसपास का पूरा माहौल जय श्रीराम के जयकारों से गूंज उठता है।
शुक्रवार को बुराई पर सच्चाई की जीत के बाद शनिवार को भरत मिलाप के साथ रामलीला का समापन हुआ। साथ ही लोगों ने मेले में चाट पकौड़ी के साथ झूलों आदि का आनंद लिया। लवकुश रामलीला में भरत भैया राम को ढूंढ़ते हुए चित्रकूट पहुंचे जहां पर छोटे व बड़े भाई के बीच इस प्यार को देख दर्शक दीर्घा में बैठे लोग भावुक हो गए। इसके साथ ही लीला में हनुमान का सीता माता को रावण पर विजयी होने की सूचना देना, रावण वध के बाद विभीषण का लंका का कार्यभार संभालना, रामेश्वर की संपूर्ण स्थापना आदि का मंचन हुआ। इसके साथ ही राम के राज्याभिषेक की घोषणा हुई। लीला समापन के बाद रामलीला परिसर मे पटाखों की आतिशबाजी की गई। इस दौरान पटाखों से निकली रंग-बिरंगी रोशनी ने आकाश में रंग भरा। साथ ही मंच पर विभिन्न कलाकारों ने मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति दी, वहीं, नव श्री धार्मिक लीला में भरत मिलाप के साथ भगवान राम का राज्याभिषेक किया गया। उधर, श्री धार्मिक लीला में भगवान श्री राम, माता सीता के आगमन की तैयारी की सूचना मिलने पर अयोध्यावासियों के भगवान राम के आगमन की तैयारी करने का मंचन किया गया। भगवान राम का तीनों भाइयों के साथ राजसिंहासन पर सवार होने का दृश्य आकर्षण का केंद्र रहा।