Railway news: रेलवे जल्द शुरू करेगा दिल्ली से 2 ट्रेनों का परिचालन, नाम और शेड्यूल भी किया जारी
Railway news कोरोना संक्रमण की वजह से बंद हजरत निजामुद्दीन से एर्नाकुलम और चेन्नई से माता वैष्णो देवी कटड़ा के बीच चलने वाली ट्रेन का संचालन अगले महीने से शुरू किया जाएगा। रेलवे की ओर से इसकी तैयारी कर ली गई है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दक्षिण भारत व माता वैष्णो देवी जाने वाले यात्रियों को जल्द ही और विकल्प उपलब्ध होगा। हजरत निजामुद्दीन से एर्नाकुलम और चेन्नई से माता वैष्णो देवी कटड़ा के बीच चलने वाली ट्रेन जल्द ही पटरी पर वापस लौटेगी।
कोरोना संक्रमण की वजह से दोनों ट्रेनें बंद हो गई थीं। अधिकांश ट्रेनों का परिचालन शुरू होने के बाद इन्हें भी चलाने की मांग हो रही थी। अगले माह से इनका परिचालन शुरू करने का फैसला किया गया है।
एर्नाकुलम-हजरत निजामुद्दीन सुपरफास्ट (22655/22656)
सप्ताह में एक दिन चलने वाली इस सुपरफास्ट एक्सप्रेस की सेवा छह जुलाई से बहाल होगी। एर्नाकुलम से से प्रत्येक बुधवार को और हजरत निजामुद्दीन से प्रत्येक शुक्रवार को चलेगी।
चेन्नई-श्रीमाता वैष्णो देवी कटड़ा एक्सप्रेस (16031/16032)
सप्ताह में तीन चलने वाली यह ट्रेन तीन जुलाई से पटरी पर लौटेगी। चेन्नई से यह ट्रेन प्रत्येक रविवार, बुधवार और बृहस्पतिवार को और श्रीमाता वैष्णो देवी कटड़ा से प्रत्येक मंगलवार, शुक्रवार और शनिवार को चलेगी।
उधर, भारत गौरव ट्रेन मंगलवार को सफदरजंग रेलवे स्टेशन से 18 दिनों की यात्रा पर रवाना हुई। ट्रेन तृतीय श्रेणी के 14 वातानुकूलित सजे कोच, आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित पैंट्री कार, कैमरे और अन्य जरूरी उपकरण से लैस है।
कोच के बाहरी हिस्से को अलग-अलग राज्यों की संस्कृति, रीति रिवाज और परंपराओं से संबंधित चित्रों से सजाया गया है, ताकि पर्यटक भारतीय संस्कृति को जान सकें। पिछले वर्ष प्रधानमंत्री की सलाह पर थीम आधारित भारत गौरव ट्रेन चलाने की घोषणा की गई थी।
इस पर आधारित यह पहली ट्रेन है जो प्रभु श्रीराम से जुड़े धार्मिक स्थलों को जोड़ने वाली रामायण सर्किट पर चल रही है। यह ट्रेन नेपाल के जनकपुर भी जाएगी। भारत गौरव ट्रेन के दो कोच में योग विद्या को दर्शाया गया है।
पैंट्री कार में भारतीय व्यंजनों को प्रदर्शित किया गया। ट्रेन के कोच में सारनाथ स्तूप, सांची स्तूप, महाबोधि मंदिर, जयपुर का हवा महल, इंडिया गेट, ताजमहल, हुमायूं का मकबरा, ग्वालियर का किला, ओरछा मंदिर जैसे पर्यटक स्थलों को दर्शाया गया।