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फर्जीवाड़े में कथक गुरु पुलकित महाराज गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने खुद को कला एवं संस्कृति मंत्रालय का सचिव बताकर विभिन्न राज्यों में वीवीआइपी सुविधा लेने वाले कथक गुरु पुलकित महाराज उर्फ पुलकित मिश्रा को गिरफ्तार किया है। वह पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य बड़े नेताओं के साथ अपना फोटो दिखाकर लोगों के बीच धौंस जमाता था।

By JagranEdited By: Published: Fri, 28 Sep 2018 09:07 PM (IST)Updated: Fri, 28 Sep 2018 09:07 PM (IST)
फर्जीवाड़े में कथक गुरु पुलकित महाराज गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली

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दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने खुद को कला एवं संस्कृति मंत्रालय का सचिव बताकर विभिन्न राज्यों में वीवीआइपी सुविधा लेने वाले कथक गुरु पुलकित महाराज उर्फ पुलकित मिश्रा को गिरफ्तार किया है। वह पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य बड़े नेताओं के साथ अपना फोटो दिखाकर लोगों के बीच धौंस जमाता था। केंद्र सरकार की तरफ से भेजी गई शिकायत के बाद अपराध शाखा ने बृहस्पतिवार को उसे साहिबाबाद से गिरफ्तार किया। पांच दिन की पुलिस हिरासत में लेकर अपराध शाखा उससे पूछताछ कर रही है।

पुलिस पुलकित महाराज से यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वह कैसे अलग-अलग मंत्रालयों के फर्जी दस्तावेज तैयार करता था और क्या उसकी साठगाठ मंत्रालयों के अधिकारियों से भी थी। इस फर्जीवाड़े में उसकी बहन पारुल की भी भूमिका सामने आई है। पुलिस को जाच के दौरान पता चला है कि पारुल खुद को महाराज का सचिव बताती थी। कई फर्जी लेटर हेड व ईमेल पर उसने खुद को पुलकित की सचिव बताया हुआ है। यही नहीं पुलकित महाराज साहिबाबाद के दिलशाद गार्डन स्थित फ्लैट में आलिंगन वेलफेयर सोसायटी के नाम से खोले गए नृत्य अकादमी के नाम पर अध्यात्मिक सेटर भी चलाता था। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस सेंटर के माध्यम से वह कितने लोगों चूना लगा चुका है।

अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त जॉय टर्की ने बताया कि साहिबाबाद निवासी पुलकित महाराज अपने चार शिष्यों के साथ एक अप्रैल 2018 को उत्तर प्रदेश के सीतापुर गया था। वहां उसे किसी मंदिर में दर्शन करने जाना था। अपनी धौंस दिखाने के लिए उसने खुद को सचिव बताकर कला एवं संस्कृति मंत्रालय के लेटर हेड पर पत्र लिखकर वहां के जिलाधिकारी को सर्किट हाउस और पुलिस अधीक्षक को सुरक्षा मुहैया कराने को कहा था। पत्र पाकर तत्काल उसे पुलिस और प्रशासन द्वारा वीवीआइपी प्रोटोकॉल और सिक्योरिटी तो मुहैया करवा दी गई। शक होने पर बाद में जिलाधिकारी ने केंद्र सरकार से इस बात की शिकायत अगस्त में की। इसके बाद इसकी जाच अपराध शाखा को सौंपी गई। जांच में पता चला कि पुलकित द्वारा सीतापुर के जिलाधिकारी को भेजा गया मंत्रालय का लेटर हेड फर्जी है, जिसके बाद धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने पुलकित महाराज को गिरफ्तार कर लिया। तफ्तीश में पता चला कि वह मूल रूप से बरेली का रहने वाला है और उसने इलाहाबाद के प्रयाग संगीत समिति से कथक में एमए की डिग्री प्राप्त कर रखी है। वह साहिबाबाद स्थित शालीमार गार्डन के डी ब्लॉक में आलिंगन वेलफेयर सोसायटी के अंतर्गत कथक प्रशिक्षण और अध्यात्मिक केंद्र भी चला रहा था।


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