राजनगर पार्ट-2 को कंटेनमेंट जोन में तब्दील करने की प्रक्रिया हुई शुरू
- सोमवार को लागू होगा लॉकडाउन - करीब 50 हजार की आबादी होगी लॉकडाउन
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : राजनगर पार्ट-2 को एक ही कंटेनमेंट जोन में तब्दील करने की प्रक्रिया प्रशासन ने शुरू कर दी है। पहले चरण में एफ और एच ब्लॉक को सील किया जा रहा है। दो ब्लॉक में करीब 50 हजार की आबादी रहती है। जानकारी के मुताबिक सोमवार से कंटेनमेंट जोन में सख्ती से लॉकडाउन का पालन शुरू कर दिया जाएगा। फिलहाल लोगों की आवाजाही पर विराम नहीं लगाया गया है। सोमवार से रैपिड एंटीजन किट से लोगों की जांच शुरू की जाएगी।
शनिवार को पालम थाना पुलिस की तरफ से एफ और एच ब्लॉक के अंतर्गत गलियों के प्रवेश रास्तों पर डंडों से आवाजाही पर रोक लगाने की प्रक्रिया को शुरू किया गया। हालांकि दोनों ही ब्लॉक में प्रवेश के कई मार्ग होने के कारण रविवार को भी ये प्रक्रिया जारी रहेगी। वहीं पार्षद भूपेंद्र गुप्ता ने नजफगढ़ जोन के आला अधिकारियों के साथ बैठक कर यह सुनिश्चित किया कि कंटेनमेंट जोन में लॉकडाउन लागू होने के बाद निगम की कौन-कौन सी टीम सैनिटाइजेशन की जिम्मेदारी को संभालेगी। साथ ही होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों के घरों से कूड़ा उठाने का काम किस प्रकार किया जाएगा। इसके अलावा कंटेनमेंट जोन में निगम अपने कुछ वॉलेंटियर को तैनात करेगा, जो लोगों की जरूरत के अनुरूप उनके घरों पर सामान डिलीवर करेगा। हालांकि इसका लोगों को भुगतान करना पड़ेगा। लोगों को उन वॉलेंटियर्स का नंबर उपलब्ध कराया जाएगा। वहीं पुलिस, आशा वर्कर, चिकित्सक, सिविल डिफेंस वॉलेंटियर्स व अध्यापक की कौन-कौन सी टीम कंटेनमेंट जोन में तैनात रहेगी, यह भी सुनिश्चित किया गया। लोगों को करना चाहिए सूचित : भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि स्थानीय लोगों को बिना किसी पूर्व सूचना के प्रशासन ने दो सघन आबादी वाले ब्लॉक को कंटेनमेंट जोन बनाने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया है। जिसके कारण लोगों में असमंजस का माहौल है। पहले पूरे राजनगर पार्ट-2 को कंटेनमेंट करने का ऑर्डर पारित किया गया था, अब उसमें हुए बदलाव के बारे में लोगों को सूचित करना अनिवार्य है। साथ ही लोगों को पता होना चाहिए कि उनका क्षेत्र कितने दिन के लिए कंटेनमेंट होगा। जिससे नौकरी पेशे वाले लोग अपने कार्यालय में इस बाबत सूचित कर सकें और घरों में पर्याप्त राशन व दवा का बंदोबस्त कर सकें। एकाएक हुई बैरिकेडिग से लोगों के मन में डर व्याप्त है, यह स्थिति लोगों में मानसिक तनाव को बढ़ा रही है।