दिल्ली के लोगों की मदद के लिए प्रतिबद्ध हैं प्रधानमंत्री : अमित शाह
कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संस्थान (डीआरडीओ) की ओर से दिल्ली छावनी में तैयार किए गए सरदार वल्लभ भाई पटेल कोविड केयर अस्पताल का केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दौरा किया। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल डीआरडीओ के अध्यक्ष जी सतीश रेड्डी सांसद प्रवेश वर्मा सहित अनेक व्यक्ति मौजूद थे। अस्पताल में मरीजों का भर्ती होना सोमवार से शुरू होगा। यहां विभिन्न जिलों के स्थानीय प्रशासन की ओर से रेफर किए गए मरीजों को भर्ती कर उनका इलाज किया जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्री ने अस्पताल का दौरा करने के बाद कहा कि महज 12 दिनों की अल्पावधि में तैयार यह अस्पताल कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनौतियों से भरे इस समय में दिल्ली के लोगों की मदद के लिए प्रतिबद्ध हैं।
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संस्थान (डीआरडीओ) की ओर से दिल्ली छावनी में तैयार किए गए सरदार वल्लभ भाई पटेल कोविड अस्पताल का केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दौरा किया। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल, डीआरडीओ के अध्यक्ष जी सतीश रेड्डी, सांसद प्रवेश वर्मा, मीनाक्षी लेखी सहित अनेक व्यक्ति मौजूद थे। अस्पताल में मरीजों का भर्ती होना सोमवार से शुरू होगा। यहां विभिन्न जिलों के स्थानीय प्रशासन की ओर से रेफर किए गए मरीजों को भर्ती कर उनका इलाज किया जाएगा।
केंद्रीय गृह मंत्री ने अस्पताल का दौरा करने के बाद कहा कि महज 12 दिनों की अल्पावधि में तैयार यह अस्पताल कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनौतियों से भरे इस समय में दिल्ली के लोगों की मदद के लिए प्रतिबद्ध हैं। केंद्रीय गृह मंत्री ने अस्पताल के निर्माण के लिए डीआरडीओ, गृह मंत्रालय, टाटा ट्रस्ट व सेना की चिकित्सा सेवा को धन्यवाद दिया। वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल ने अस्पताल निर्माण के लिए केंद्र सरकार को शुक्रिया किया और बोले कि दिल्ली को अभी इस सुविधा की बहुत आवश्यकता थी। अस्पताल का संचालन सेना के चिकित्सकों के जिम्मे : अस्पताल के संचालन के लिए सेना के चिकित्सा सेवा से जुड़े 600 लोगों की यहां नियुक्ति की गई है। इन्हें देश के अलग-अलग हिस्सों से बुलाकर यहां तैनात किया गया है। इन 600 लोगों में चिकित्सक, पैरा मेडिकल स्टाफ शामिल हैं। वरिष्ठ चिकित्सकों का एक दल अस्पताल के सभी यूनिटों के बीच सामंजस्य बनाकर रखेगा। यहां आईसीयू में ऑक्सीजन सिलेंडर, वेंटिलेटर की सुविधा है। ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए सेंट्रल पाइपलाइन भी लगाई गई है। यदि किसी मरीज को अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे की जरूरत होगी तो उसे बाहर नहीं जाना होगा। अस्पताल का अपना लैब भी है, जहां सभी तरह के जांच की सुविधा है। सेना के चिकित्सकों ने बताया कि यहां किसी भी इलाज के लिए जितनी भी जरूरी सुविधा होनी चाहिए, वह उपलब्ध है। आपात स्थिति के लिए भी यहां सभी सुविधाएं हैं। भले ही यह अस्थायी अस्पताल है, लेकिन यहां वे सभी सुविधाएं हैं जो स्थायी अस्पताल में होने चाहिए। परिसर में एक कैंटीन भी बनाया गया है।