घर में पढ़ी नमाज, सोशल मीडिया पर दी बधाई
कोरोना वायरस के कारण लगाए गए लॉकडाउन-4 के बीच ईद का त्योहार मनाया गया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के दिशानिर्देश पर अमल करते हुए लोगों ने घर में ही शारीरिक दूरी का पालन करते हुए नमाज पढ़ी। छोटे-छोटे बच्चे घर में नए कपड़े पहनकर ईद की खुशियां मनाते हुए दिखाई दिए। यह ईद अन्य वर्षों की अपेक्षा काफी अलग दिखी। इसमें घर जाकर लोगों को ईद की मुबारकबाद नहीं दी। सोशल मीडिया के सहारे एक-दूसरे जुड़कर आपस में खुशियां बांटी। ईद से एक दिन पहले भी बाजार में रौनक का माहौल नहीं था। सभी ने सरकार के दिशानिर्देशों का बखूबी पालन किया। वहीं इस दौरान पुलिकर्मी भी लोगों से घर में रहने की अपील करते हुए दिखाई दिए।
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : लॉकडाउन के बीच ईद का त्योहार मनाया गया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के दिशानिर्देश पर अमल करते हुए लोगों ने घर में ही शारीरिक दूरी का पालन करते हुए नमाज पढ़ी। छोटे-छोटे बच्चे घर में नए कपड़े पहनकर ईद की खुशियां मनाते हुए दिखाई दिए। यह ईद अन्य वर्षो की अपेक्षा काफी अलग दिखी। इसमें घर जाकर लोगों को ईद की मुबारकबाद नहीं दी। सोशल मीडिया के सहारे एक-दूसरे से जुड़कर आपस में खुशियां बांटी। ईद से एक दिन पहले भी बाजार में रौनक का माहौल नहीं था। सभी ने सरकार के दिशानिर्देशों का बखूबी पालन किया। वहीं, इस दौरान पुलिसकर्मी भी लोगों से घर में रहने की अपील करते हुए दिखाई दिए।
पूर्व के वर्षो में ईद के अवसर पर सुबह से ही लोगों की भीड़ ईदगाह व मस्जिदों में जुटने लगती थी। जहां लोग एकत्रित होकर नमाज पढ़ते थे, लेकिन लॉकडाउन के कारण सोमवार को मस्जिदों में ताले लटके हुए दिखाई दिए। सुराज खान ने बताया कि ऐसा पहली बार हुआ है जब ईद के दिन हम मस्जिद नमाज पढ़ने नहीं गए। साथ ही ईद की मुबारकबाद देने के लिए दूसरे के घर नहीं गए, लेकिन यह समय की मांग है। अपने स्वास्थ्य को लेकर सबको सजग रहने की जरूरत है। अगर सबकुछ ठीक रहा तो अगली ईद हम दोगुने उत्साह के साथ मनाएंगे। मुस्लिम परिवारों ने बताया कि यह समय पूरे विश्व के लिए संकट का है। ऐसे में हर शख्स को समझदारी से काम लेना होगा। सबकुछ सामान्य होने के बाद फिर से जिदगी पहले की तरह हो जाएगी। दुर्गा पार्क स्थित मदिना मस्जिद के इमाम मौलाना जमीन अहमद ने भी कहा कि कोरोना वायरस को परास्त करना सबसे ज्यादा जरूरी है। ऐसे में लोग घरों में ही ईद मनाएं। अगर सबकुछ ठीक रहा तो अगले वर्ष धूमधाम से ईद मनाएंगे। पुलिस ने की थी सहयोग की अपील
ईद से दो दिन पहले इलाके के प्रमुख लोगों से मिलकर पुलिस अधिकारियों ने सहयोग की अपील की थी, साथ ही ईद की मुबारकबाद दी थी। इस दौरान मस्जिदों के इमाम ने पूरा सहयोग करने की बात कही थी। ईद के दिन यह दिखाई भी दिया। मुस्लिम परिवारों ने घरों में अपने परिवार के साथ मिलकर ईद की खुशियां बांटी। घर में तरह-तरह के व्यंजन बनाए गए थे, जिसका सब ने मिलकर लुत्फ उठाया। सोशल मीडिया पर ईद की शुभकामनाएं देने का दौर एक दिन पहले से ही शुरू हो गया था। लोग वाट्सएप, फेसबुक पर शुभकामनाएं दे रहे थे।