भजन-कीर्तन से गुंजायमान रहे मंदिर
कहीं कीर्तन तो कहीं माता का जयकारा। नवरात्र के दूसरे दिन भी काफी संख्या में भक्तों ने मंदिरों का रुख किया और मां के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लिया। हालांकि पहले दिन के मुकाबले दूसरे दिन मंदिरों में चहल-पहल कम थी लेकिन भक्तों ने मास्क व शारीरिक दूरी का ईमानदारी से पालन किया।
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : कहीं कीर्तन तो कहीं माता का जयकारा। नवरात्र के दूसरे दिन भी काफी संख्या में भक्तों ने मंदिरों का रुख किया और मां के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लिया। हालांकि पहले दिन के मुकाबले दूसरे दिन मंदिरों में चहल-पहल कम थी, लेकिन भक्तों ने मास्क व शारीरिक दूरी का ईमानदारी से पालन किया। तिलक नगर स्थित सात मंजिला मंदिर में दोपहर को कीर्तन और शाम के समय माता की चौकी का आयोजन किया गया। जिसमें काफी संख्या में भक्तों ने भाग लिया। मंदिर में भीड़भाड़ न हो इसके लिए एक समय में केवल 20 भक्तों को ही मंदिर में प्रवेश दिया गया। वहीं हरि नगर स्थित संतोषी माता मंदिर में मां का भव्य श्रृंगार को देखकर भक्त मंत्रमुग्ध हो गए। उत्तम नगर स्थित सनातन धर्म मंदिर में पंडित गोविद ने बताया कि मां ब्रह्मचारिणी अपने भक्तों को सभी रोगों से मुक्त रखती है। मां ब्रह्मचारिणी के पूजन से भगवान शिव भी प्रसन्न होते हैं।
घरों व पंडाल में भक्तों ने विधि-विधान के साथ मां ब्रह्मचारिणी की अराधना की। पूजन के बाद घरों में शंखवादन किया गया और सभी ने प्रसाद ग्रहण किया। मां के पूजन के लिए सुबह से घरों में लोगों की चहल-पहल सुबह शुरू हो गई। परिवार के सभी लोग सुबह से तैयारियों में जुटे नजर आए। घर में पूजन के बाद लोग परिवार के साथ मंदिर पहुंचे। मंदिर में मां के दर्शन से पूर्व भक्तों ने पूजा के लिए फूल, नारियल, चुन्नी आदि सामान की खरीदारी की। शाम को आरती के बाद व्रती भक्तों ने भोजन ग्रहण कर व्रत का समापन किया।