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दिन भर इलाज के लिए भटकते रहे मरीज, नहीं मिल पाया इलाज

जागरण संवाददाता पूर्वी दिल्ली जीटीबी और इहबास अस्पताल में पीजी नीट 2021 की काउंसलि

By JagranEdited By: Published: Thu, 09 Dec 2021 08:04 PM (IST)Updated: Thu, 09 Dec 2021 08:04 PM (IST)
दिन भर इलाज के लिए भटकते रहे मरीज, नहीं मिल पाया इलाज

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली :

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जीटीबी और इहबास अस्पताल में पीजी नीट 2021 की काउंसलिग में देरी को लेकर लगातार सातवें दिन भी रेजिडेंट डाक्टरों की हड़ताल जारी रही। जीटीबी अस्पताल में बृहस्पतिवार सुबह बड़ी संख्या में मरीज ओपीडी में इलाज के लिए पहुंचे। लेकिन हड़ताल के कारण मरीजों को दिन भर इलाज के लिए भटकना पड़ा। हालांकि फेडरेशन आफ रेजिडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन (फोर्डा) ने हड़ताल खत्म कर दी है, लेकिन जीटीबी अस्पताल के रेजिडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन ने हड़ताल खत्म करने पर अभी कोई फैसला नहीं लिया है। नहीं मिल सका मरीजों को इलाज-

बृहस्पतिवार को मरीजों का ओपीडी के लिए पंजीकरण भी हुआ। लेकिन ओपीडी में डाक्टरों की संख्या कम होने के कारण अधिकतर मरीजों को इलाज नहीं मिल सका। मरीज के स्वजन हाथ में पर्चा लेकर दिन भर इलाज के लिए एक ब्लाक से दूसरे ब्लाक में भटकते रहे। ओपीडी में भी कुछ वरिष्ठ डाक्टर मरीजों को देखने के लिए बैठे थे। बता दें कि जीटीबी अस्पताल में बड़ी संख्या में लोग दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों से इलाज के लिए आते हैं। सोनिया विहार निवासी राजेश्वरी ने बताया कि उनके बेटे किशन का इलाज यहां से चल रहा है। सुबह 10 बजे बेटे को लेकर अस्पताल आ गईं और अब 12:30 बजे रहे हैं। अभी तक डाक्टरों ने बेटे को भर्ती तक नहीं किया। जीटीबी अस्पताल के रेजिडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन से जुड़े डाक्टरों ने बताया कि फोर्डा ने भले ही हड़ताल खत्म कर दी हो लेकिन अभी हमने अंतिम फैसला नहीं लिया है।

- - - - - - - - - - कोट 1 -

मेरे बेटे के लीवर में कुछ परेशानी है। उसे भूख कम लगती है और जो खाना खाता है वो पच नहीं पा रहा है। पांच अस्पतालों के कागज लेकर दर-दर भटक रहीं हूं, लेकिन किसी भी अस्पताल में डाक्टरों ने भर्ती तक नहीं किया है।

रेखा, लोनी निवासी

कोट 2 -

मैं करावल नगर रहती हूं, मेरे पेट में दो दिन से दर्द है। आज तेज दर्द हुआ तो इलाज के लिए जीटीबी अस्पताल आ गई। लेकिन यहां हड़ताल के कारण डाक्टर इलाज तक नहीं कर रहे हैं। इलाज कराने में बहुत परेशानी हो रही है।

शशि देवी, करावल नगर निवासी

कोट 3

मेरी भाभी गर्भवती है। सुबह उनके पेट में अचानक दर्द उठा, तो तुरंत उन्हें जीटीबी अस्पताल लेकर आ गया। लेकिन यहां डाक्टरों ने भर्ती तक नहीं किया। मरीज को दर्द से आराम मिल सके उसके लिए डाक्टरों ने दवा तक नहीं दी।

राहुल, नंद नगरी निवासी

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समाप्त, पुष्पेंद्र कुमार, 9 दिसंबर 2021


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