हे प्रभु, कब पहुंचेगी ट्रेन, twitter पर दिखी यात्रियों की पीड़ा
कई हिस्से में कोहरे का प्रकोप बढ़ गया है। इससे ट्रेनों की रफ्तार धीमी हो गई है। ट्रेनें घंटों देरी से गंतव्य पर पहुंच रही हैं। उनकी परेशानी और नाराजगी ट्वीटर पर भी झलकने लगी है।
नई दिल्ली [ संतोष कुमार सिंह ] । दिल्ली सहित देश के कई हिस्से में कोहरे का प्रकोप बढ़ गया है, जिससे ट्रेनों की रफ्तार धीमी हो गई है और वे घंटों देरी से गंतव्य पर पहुंच रही हैं। इससे यात्री बेहाल हैं। उनकी परेशानी और नाराजगी ट्वीटर पर भी झलकने लगी है। इसलिए पिछले कुछ दिनों से ट्वीटर पर ट्रेनों की लेट लतीफी वाले संदेश बढ़ गए हैं। यात्री ट्वीट कर पूछ रहे हैं कि उनकी ट्रेन कब तक स्टेशन पहुंचेगी।
यात्रा के दौरान कोई परेशानी हो या फिर कोई शिकायत यात्री ट्वीटर पर अपना संदेश भेजते हैं और रेल प्रशासन यात्री की परेशानी दूर करने के लिए तत्काल कदम भी उठाता है। इसके लिए रेलवे बोर्ड में विशेष टीम भी बनाई गई है। ज्यादा ट्वीट रद ई-टिकट के रिफंड को लेकर किए जाते हैैं, लेकिन पिछले दिनों से यात्री ट्रेनों का टाइम भी जानना चाह रहे हैं।
वह ट्वीट कर बता रहे हैं कि उनकी ट्रेन किस तरह घंटों लेट चल रही है और स्टेशनों पर समय से कहीं ज्यादा खड़ी रह रही हैं। वह जानना चाहते हैं कि आखिर कब तक वह अपने गंतव्य पर पहुंचेंगे, लेकिन रेल प्रशासन के पास भी इसका कोई जवाब नहीं है। इसलिए इस तरह के सवालों का जवाब भी नहीं दिया जा रहा है।
इस बारे में अधिकारियों का कहना है कि कोहरे में पहली प्राथमिकता सुरक्षित रेल परिचालन होता है। इसलिए इन दिनों ट्रेनें अपनी निर्धारित रफ्तार से काफी धीमी गति से चल रही हैं। यात्रियों को कम से कम परेशानी हो इसके लिए हरसंभव कोशिश की जा रही है लेकिन सुरक्षा से किसी तरह का समझौता नहीं किया जा सकता है। इसलिए जब तक मौसम ठीक नहीं होता है तब तक इस तरह की परेशानी बनी रहेगी।
उल्लेखनीय है कि कोहरे में अब भी पटाखे और फॉग डिवाइस के सहारे ट्रेनें चल रही हैं। इससे लोको पायलट को सिग्नल आने की जानकारी मिल जाती है और वह सतर्क हो जाता है। इस तरह के उपाय से ट्रेनें सुरक्षित तो पहुंचती है लेकिन इनकी रफ्तार नहीं बढ़ती है। प्रयागराज एक्सप्रेस में फॉग विजन कैमरा का ट्रायल किया जा रहा है। यदि यह सफल रहता है तो कोहरे में परेशान यात्रियों को राहत मिल सकती है। लेकिन इसमें अभी वक्त लगेगा।