संसद में केंद्र सरकार ने कबूला, अब और नहीं झुकेगी कुतुब मीनार
संस्कृति राज्यमंत्री महेश शर्मा ने बताया कि इस नगण्य दर को भी खत्म करने के लिए इसकी नींव को पूरी तरह जल रिसाव से मुक्त कर दिया गया है। प्राचीन धरोहरों की नींव में हल्की सी दरार भी बड़े नुकसान का कारण बन जाती है।
नई दिल्ली। हर साल कुतुब मीनार के बढ़ते झुकाव की परेशानी से पार पा लिया गया है। सरकार ने राज्यसभा में बताया कि कुतुब मीनार की नींव तक पानी के रिसाव को पूरी तरह दूर कर दिया गया है। भारतीय सर्वेक्षण देहरादून के अनुसार कुतुब मीनार का झुकाव सालाना 3.5 सेकेंड की दर से बढ़ जाता है।
संस्कृति राज्यमंत्री महेश शर्मा ने बताया कि इस नगण्य दर को भी खत्म करने के लिए इसकी नींव को पूरी तरह जल रिसाव से मुक्त कर दिया गया है। प्राचीन धरोहरों की नींव में हल्की सी दरार भी बड़े नुकसान का कारण बन जाती है।
ऐसे धरोहरों के संरक्षण की दिशा में सीलन रोकने वाले कदमों को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। इस प्रक्रिया में नींव के चारों ओर कंक्रीट और सीमेंट से पानी के प्रवेश को बाधित कर दिया जाता है। इसी के साथ उसके आसपास जल निकासी की व्यवस्था भी सुदृढ़ की जाती है।