वारदात वाले फाटक पर काम करने को तैयार नहीं हैं गेटमैन
-रेल प्रशासन ने अस्थायी रूप से फाटक को किया बंद -सभी गेटमैन को सुरक्षा एडवाइजरी भी जारी क
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : रेलवे फाटक पर गेटमैन कुंदन पाठक पर हुए जानलेवा हमले के बाद से यहा पर कोई भी रेलकर्मी ड्यूटी करने को तैयार नहीं है। इसलिए नरेला और सोनीपत के बीच राठधना रेलवे स्टेशन के नजदीक फाटक नंबर 19 पिछले नौ दिनों से बंद है। वहीं, रेल प्रशासन ने फाटकों पर तैनात कर्मचारियों को अपनी सुरक्षा का ख्याल रखने की सलाह दी है। उन्हें किसी भी तरह की गड़बड़ी का आभास होने पर तुरंत इसकी जानकारी नजदीक के रेलवे स्टेशन और रेलवे सुरक्षा बल को देने को कहा गया है।
गेट नंबर 19 पर बदमाशों ने हमला करके पाठक के दोनों हाथ काट दिए थे। वहा मौजूद उनके मित्र भी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इस घटना से रेलकर्मी अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। डर का आलम यह है कि कोई भी गेटमैन वारदात वाले फाटक पर ड्यूटी देने को तैयार नहीं है। इसलिए रेल प्रशासन ने इसे अस्थायी तौर पर बंद रखने का फैसला किया है। इस फाटक से होकर रोजाना हजारों लोग गुजरते हैं।
इस संबंध में अधिकारियों का कहना है कि वारदात के बाद से रेलकर्मी बेहद डरे हुए हैं। सभी गेटमैन को सुरक्षा एडवाइजरी भी जारी की गई है। यदि उन्हें काम के दौरान किसी भी तरह का खतरा महसूस होता है तो उन्हें तुरंत गेट बंद करके आरपीएफ और स्टेशन प्रबंधक से संपर्क करने को कहा गया है। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक विश्वेश चौबे ने हरियाणा के मुख्य सचिव और महानिदेशक पुलिस से बात करके इस मामले में अपराधियों को तुरंत पकड़ने की माग की है। इसके साथ ही रेलकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की भी माग की गई है। वहीं, दिल्ली मंडल ने 24 फाटकों को संवेदनशील बताते हुए वहा सीसीटीवी कैमरे लगाने और सुरक्षा के अन्य उपाय करने का फैसला किया है।