Delhi Crime: शराब की लत पूरी करने के लिए कर रहे थे चोरी, दो गिरफ्तार
उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त एंटो अल्फोंस ने बताया कि पीडि़त अक्षय कुमार ने शिकायत दी थी कि गांधी विहार में उसके यहां से घरेलू सामान चोरी हो गया है। एसएचओ के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम को दोनों आरोपितों को घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज की मदद से पहचान लिया।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। तिमारपुर थाना पुलिस ने दो चोरों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपित नंदकिशोर व प्रशांत हैं। पूछताछ में आरोपितों ने बताया है कि शराब की लत पूरी करने के लिए वह चोरी करते थे। उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त एंटो अल्फोंस ने बताया कि पीडि़त अक्षय कुमार ने शिकायत दी थी कि गांधी विहार में उसके यहां से घरेलू सामान चोरी हो गया है। एसएचओ के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम को दोनों आरोपितों को घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज की मदद से पहचान लिया। फिर उनके बारे में स्थानीय जानकारी जुटाई गई।
जांच में पता चला कि दोनों आरोपित पीडि़त के घर के आस पास ही रहते हैं। ऐसे में सोमवार को पुलिस टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों के पास से पुलिस ने एलपीजी सिलेंडर, पानी की मोटर, कुर्सियां समेत अन्य सामान बरामद किया है। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि शराब की लत पूरी करने के लिए वह चोरी करते थे।
धोखाधड़ी के मामले में फरार चल रहा एक लाख का इनामी गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और मणिपुर पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए सोमवार को एक ठगी के मामले में फरार आरोपित को गिरफ्तार किया है। आरोपित का नाम कंगूजम कनार्जित उर्फ डा. केके ¨सह है। इसकी गिरफ्तारी पर पुलिस ने एक लाख का इनाम घोषित किया हुआ था। आरोपित पर जलवायु परिवर्तन के नाम पर मिलने वाली धन राशि का गबन करने का आरोप है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपित मणिपुर का रहने वाला है।
आरोपित ने कई फर्जी दस्तावेजों और फर्जी हस्ताक्षर का प्रयोग करके खुद को राष्ट्रीय और अंतरर्राष्ट्रीय स्तर की बड़ी हस्ती बताता था। और जलवायु परिवर्तन के नाम पर अंतरराष्ट्रीय युवा समितियों का गठन करके देश और विदेश के छात्रों से काफी बड़े मात्रा में धन लिया था। कई सेमिनार आयोजित करके भूकंप आपदा से पीडि़त या मृतकों के स्वजन को आर्थिक सहायता प्रदान करने के नाम पर भी काफी रुपये लिए थे। जब आरोपित के काले कारनामों की पोल खुली तो वह मणिपुर से फरार होकर दिल्ली भाग आया। आरोपित को वर्ष 2016 में इंफाल पूर्व की एक अदालत ने भगोड़ा घोषित किया था।