हरियाणा से पानी छोड़ने के बाद दिल्ली में 2 दिनों में और बिगड़ेंगे हालात, खतरे के निशान के पार पहुंची यमुना
हरियाणा के हथनी कुंड बैराज से सुबह पांच बजे सबसे अधिक दो लाख 95 हजार 912 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इससे पुराने रेलवे पुल के पास यमुना का जल स्तर 205. 46 मीटर पहुंचा गया है। 28 सितंबर की रात जल स्तर 206 मीटर तक पहुंच सकता है।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। राजधानी में मानसून बिदा होने को है। इस बीच पिछले दिनों हुई वर्षा के बाद हरियाणा के हथनी कुंड बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण दिल्ली में यमुना उफान पर है। इस वजह से रात नौ बजे पुराने रेलवे पुल के पास यमुना का जल स्तर खतरे के निशान के पार पहुंच गया है। इसके बाद भी जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। इसके मद्देनजर दिल्ली सरकार के सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण विभाग ने बाढ़ का अलर्ट जारी किया है और जिला प्रशासन से यमुना के आसपास रहने वाले लोगों को हटाने का निर्देश दिया है।
चेतावनी के स्तर से ज्यादा
सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण विभाग के अनुसार सोमवार को दोपहर करीब एक बजे ही पुराने रेलवे पुल के पास यमुना का जल स्तर 204.77 मीटर पहुंच गया था, जो चेतावनी के स्तर (204.50 मीटर) से ज्यादा है। इस वजह से सुबह में सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण विभाग ने रात करीब 8:20 बजे यमुना का जल स्तर खतरे के निशान (205.33 मीटर) को पार करने का अलर्ट जारी किया। स्थिति यह है कि रात आठ बजे यमुना का जल स्तर 205.27 मीटर पहुंच भी गया और रात नौ बजे जल स्तर खतरे के निशान से ज्यादा 205. 46 मीटर हो गया। यह इस साल दूसरा मौका है जब यमुना का जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंचा है। रात दो से तीन बजे के बीच यमुना का जल स्तर 205.65 मीटर पहुंच जाएगा।
हर घंटे दो लाख क्यूसेक से अधिक छोड़ा पानी
सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण विभाग के कंट्रोल रूम के अनुसार सोमवार को हथनी कुंड बैराज से यमुना में दोपहर करीब तीन बजे तक हर घंटे दो लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया है। सुबह पांच बजे सबसे अधिक दो लाख 95 हजार 912 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। शाम को भी हर घंटे एक लाख क्यूसेक से अधिक पानी हथनी कुंड बैराज से यमुना में छोड़ा गया है। यह पानी दिल्ली पहुंचने पर 28 सितंबर की रात एक से तीन बजे के बीच यमुना का जल स्तर 206 मीटर तक पहुंच सकता है। इस वजह से यमुना में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
रेलवे के अधिकारी भी बनाएं हैं हालात पर नजर
पुराने रेलवे पुल के पास यमुना के बढ़ते जल स्तर की स्थिति पर रेलवे के अधिकारी भी नजर बनाए हुए हैं। जल स्तर ज्यादा बढ़ने पर पुराने रेलवे पुल से ट्रेनों का अवागमन भी प्रभावित हो सकता है। इसके पहले पिछले माह 13 अगस्त को यमुना का जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर 205.99 मीटर पहुंच गया था। इसके बाद जल स्तर कम हो गया था। वर्ष 1978 में यमुना का जल स्तर 207.49 मीटर तक पहुंच गया था, जो अब तक रिकार्ड है। इसके बाद वर्ष 2013 में यमुना का जल स्तर 207 मीटर से अधिक 207.32 तक पहुंचा था।
26 सितंबर को हथनी कुंड बैराज से यमुना में छोड़ा गया पानी
- सुबह पांच बजे- 2,95,912 क्यूसेक
- सुबह दस बजे- 2,39,635 क्यूसेक
- शाम सात बजे- 1,32,493 क्यूसेक
इस तरह बढ़ा जल स्तर
- दोपहर एक बजे- 204.77 मीटर
- शाम सात बजे- 205.14 मीटर
- रात आठ बजे- 205.27 मीटर
- रात नौ बजे- 205.46 मीटर