एक काम होते ही नोएडा में 25 हजार लोगों को मिल जाएगी नौकरी
वीवो समेत पांच कंपनियों को जगह आवंटित हो चुका है। वीवो जल्द ही इकाई का निर्माण शुरू करेगी और मार्च में उत्पादन शुरू हो जाएगा। चेंगहोंग कंपनी 5200 करोड़ का निवेश करने जा रही है।
नोएडा, जेएनएन। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं इलेक्ट्रिकल उत्पाद बनाने वाली चीन की कंपनियों के लिए यमुना प्राधिकरण क्षेत्र पसंदीदा जगह बनता जा रहा है। वीवो समेत पांच कंपनियां प्राधिकरण क्षेत्र में जमीन ले चुकी हैं। चीन की दूसरी बड़ी कंपनी चेंगहोंग ने यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में निर्माण इकाई लगाने के लिए जमीन मांगी है। देश में पहले से ही कंपनी अपने उत्पाद अन्य कंपनियों को बेच रही हैं, लेकिन अब अपने नाम के साथ कदम रखने जा रही है।
यमुना प्राधिकरण में हुई बैठक
यमुना प्राधिकरण कार्यालय में चेंगहोंग कंपनी के अधिकारी एवं सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह की बैठक हुई। कंपनी ने प्राधिकरण क्षेत्र में तीस एकड़ जमीन मांगी है। इसके जरिये कंपनी पचास करोड़ का निवेश करेगी और 1100 लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार देगी। प्राधिकरण की ओर से कंपनी को सेक्टर 32 व 33 में भूखंड आवंटन का प्रस्ताव दिया गया है।
कई देशों में है कंपनी की ब्रांच
प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया कि कंपनी की इकाई अमेरिका, आस्ट्रेलिया, पाकिस्तान, हॉन्गकांग समेत विश्व के विभिन्न देशों में हैं। टीवी, फ्रिज, कंप्रेशर, एलईडी, सेट टॉप बॉक्स, बैट्री समेत इलेक्ट्रॉनिक्स एवं इलेक्ट्रिकल के उत्पाद बनाती है। भारत में भी विभिन्न कंपनियों को इन उत्पादों की आपूर्ति हो रही है।
वीवो समेत पांच कंपनियों को पहले हो चुका है जमीन आवंटन
प्राधिकरण वीवो समेत पांच कंपनियों को पहले ही जगह आवंटित कर चुका है। वीवो जल्द ही प्राधिकरण क्षेत्र में इकाई का निर्माण शुरू करेगी और मार्च में उत्पादन शुरू हो जाएगा। वीवो को 6,86 105 वर्गमीटर जमीन सेक्टर 24 में आवंटित की है।
25 हजार लोगों को मिलेगा
इसमें कंपनी 5200 करोड़ रुपये निवेश करेगी। करीब 25 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। वहीं, जाई टेक्नोलॉजी, यिगटॉन्ग को भी सेक्टर 24 में जमीन आवंटित की गई है। यह दोनों कंपनियां भी इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद बनाती हैं। इन कंपनियों के जरिये भी प्राधिकरण क्षेत्र में दो सौ करोड़ का निवेश और 13000 लोगों को रोजगार मिलेगा।
अधिकारी का पक्ष
चीन की सरकारी कंपनी ने प्राधिकरण क्षेत्र में इकाई लगाने का प्रस्ताव दिया है। तीस एकड़ जमीन मांगी गई है। कंपनी को निवेश मित्र के माध्यम से आवेदन करना होगा। आवेदन मिलने पर जमीन आवंटन पर फैसला किया जाएगा।
शैलेंद्र भाटिया, ओएसडी एवं निवेश सेल प्रभारी