Move to Jagran APP

अगर आपके पास भी अपने ही नंबर से आए कॉल तो हो जाए सावधान, नहीं तो...

पटेल नगर निवासी एक महिला के पास दिल्ली पुलिस आयुक्त के लैंड लाइन नंबर से एक संदिग्ध फोन आने की घटना सामने आई है।

By Pooja SinghEdited By: Published: Sun, 06 Oct 2019 12:26 PM (IST)Updated: Sun, 06 Oct 2019 12:26 PM (IST)
अगर आपके पास भी अपने ही नंबर से आए कॉल तो हो जाए सावधान, नहीं तो...

नई दिल्ली, जेएनएन। पटेल नगर निवासी एक महिला के पास दिल्ली पुलिस आयुक्त के लैंड लाइन नंबर से एक संदिग्ध फोन आने की घटना सामने आई है। माना जा रहा है कि कॉलर आइडी स्पूफिंग के माध्यम से महिला को फोन किया गया। पुलिस अधिकारी ने पुलिस आयुक्त के फोन नंबर का इस्तेमाल करते हुए महिला से बात करने से इन्कार किया है। फोन किसने किया, इसकी जांच स्पेशल सेल की टीम कर रही है। अभी तक आरोपित का पता नहीं चल सका है।

loksabha election banner

महिला को फोन करके आरोपी ने दी धमकी

जानकारी के मुताबिक गत दिनों दिल्ली पुलिस आयुक्त के लैंड लाइन नंबर से पटेल नगर निवासी एक महिला के पास एक संदिग्ध फोन आया था। फोन करने वाले ने खुद को पुलिस अधिकारी बताते महिला से कहा कि उनके पति का किसी के साथ विवाद का मामला अदालत में चल रहा है। वह पति से कहकर मामले को रफा-दफा करा दें। इसके बाद महिला ने पटेल नगर थाने में इस संबंध में मुकदमा दर्ज कराया।

इससे पहले भी आ चुकी है कॉल

इस संबंध में दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मालूम होता है कॉलर आइडी स्पूफिंग के माध्यम से किसी ने महिला को फोन किया होगा। इससे पहले भी कमाल सिंह नाम के एक कारोबारी के पास सतर्कता निदेशालय के प्रमुख के फोन से काल आई थी। फोन करने वाले ने पीड़ित को धमकाया था कि मनी लांड्रिंग के मामले में उसे समन भेजा जा रहा है। स्पेशल सेल इसकी भी जांच कर रही है।

विशेष डिजिटल कनेक्शन पर मिलती स्पूफिंग की सुविधा

दरअसल टेलीफोन कंपनियां विशेष डिजिटल कनेक्शन वाले लोगों को कॉलर आइडी स्पूफिंग की सुविधा प्रदान करती है। इसके तहत कई बार कॉल करने वाले का नंबर नहीं दिखता। वहीं, कॉल करने वाले अपनी सुविधा के अनुसार मनचाहा नंबर और नाम इत्यादि तय कर सकते हैं जो फोन प्राप्त करने वाले को दिखता है। कुछ देशों में इसको मान्यता मिली हुई है। हालांकि भारत में इसका प्रयोग अवैध है। इसका प्रयोग करने वाले को इंडिया टेलीकॉम एक्ट के तहत तीन वर्ष की सजा और जुर्माने का प्रावधान हैं। उन्होंने बताया कि इस प्रकार की ज्यादातर काल इंटरनेट टेलीफोन के जरिये की जाती है। फोन करने वाले के कंप्यूटर का आइपी एड्रेस पता करना काफी मुश्किल काम होता है।

दिल्ली-NCR की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां पर करें क्लिक


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.