डॉक्टरों की लापरवाही से खुशियों पर लगा ग्रहण, शादी से पहले वेंटिलेटर पर पहुंची युवती
मरीज को जब होश आया तो असहनीय दर्द हो रहा था। डॉक्टर इसे लगातार नजरअंदाज करते रहे। परिजन मरीज को दूसरे अस्पताल ले जाना चाह रहे थे, लेकिन अस्पताल संचालक ने इसे सामान्य दर्द बताया।
नई दिल्ली [जेएनएन]। शाहदरा स्थित एक निजी अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही ने एक युवती को वेंटिलेटर पर पहुंचा दिया। युवती की शनिवार को शादी होनी थी, लेकिन ये तैयारियां भी धरी रह गईं। फिलहाल, 27 वर्षीय रीता मैक्स अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रही हैं। उधर, परिजनों ने डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही पर आरोप लगाते हुए मानसरोवर पार्क थाने में शिकायत दी है।
पेट में हुआ दर्द
आरोप ईस्ट दिल्ली मेडिकल सेंटर पर है, लेकिन अस्पताल प्रबंधन से इस बाबत कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई। रीता परिवार के साथ राम नगर में रहती हैं और एक निजी स्कूल में शिक्षिका हैं। 21 जुलाई को उनकी शादी थी, लेकिन इससे दो दिन पहले उनके पेट में तेज दर्द हुआ। भाई राजन और भाभी उन्हें लेकर 19 जुलाई को निजी अस्पताल पहुंचे। राजन के मुताबिक, एमआरआइ जांच के बाद 20 जुलाई को दो डॉक्टरों ने सुबह 7:30 बजे ऑपरेशन शुरू किया और 9:30 बजे 2-3 घंटे में मरीज को होश आने की बात कही।
नजरअंदाज करते रहे डॉक्टर
मरीज को जब होश आया तो असहनीय दर्द हो रहा था। डॉक्टर इसे लगातार नजरअंदाज करते रहे। परिजन मरीज को दूसरे अस्पताल ले जाना चाह रहे थे, लेकिन अस्पताल संचालक ने इसे सामान्य दर्द बताया। इसके बाद डॉक्टर कुछ इंजेक्शन लगाकर चले गए। दो घंटे बाद मरीज की चेतना लौटी तो फिर दर्द से चिल्लाने लगी। इस बार सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी। आखिरकार, शनिवार को वे मरीज को लेकर वैशाली स्थित मैक्स अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने मरीज की आंत में जख्म होने के कारण पूरे शरीर में संक्रमण फैलने की बात कही। यहां रात 10 बजे फिर ऑपरेशन किया गया। इसके बाद से वह वेंटिलेटर पर हैं।