महिला के हुस्न का जलवा ऐसा चला कि सांसद-मंत्री भी फंसे, जानें हनीट्रैप का पूरा सच
अपनी खूबसूरती के जाल में फंसाकर यह महिला नेताओं-मंत्रियों और कारोबारियों को फंसाती थी और उसके बाद उन्हें ब्लैकमेल करती।
नई दिल्ली (जेएनएन)। किसी अपरिचित युवती व महिला की मदद लेने से पहले सौ बार सोचना चाहिए, कहीं ऐसा न हो कि मदद के बहाने आपको किसी जाल में फंसाया जा रहा हो। दिल्ली-एनसीआर में हनीट्रैप के कई गिरोह सक्रिय हैं। नेताओं, मंत्रियों और सांसदों को अपने हुस्न के जाल में फंसाने वाले हनीट्रैप गिरोह का खुलासा करके पुलिस हैरान है। मई महीने में गुजरात के वलसाड़ से भाजपा सांसद केसी पटेल को हनी ट्रैप में फंसाने वाली युवती की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में खुलासा जानकार पुलिस भी चौंक गई। इस युवती ने सांसद के साथ आपत्तिजनक वीडियो बनाकर पांच करोड़ रुपये मांगने का मांगे थे।
आरोपी महिला के गिरफ्तारी के बाद से कई नए खुलासे होते रहे हैं। पूछताछ में पाया गया कि इस महिला का एक गैंग है। इसमें एक लड़की और यूपी के मुजफ्फरनगर का रहने वाला लड़का शामिल है। जिसके साथ मिलकर इस पूरी वारदात को अंजाम देती थी।
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सिविल सर्विस की तैयारी करने के लिए आई थी दिल्ली।
पूछताछ में सामने आया है कि महिला दिल्ली में सिविल सर्विस की तैयारी करने के लिए आई थी। पुलिस को पूछताछ में महिला ने बताया कि उसने बीए, एमए-एलएलबी और एलएलएम किया है। हालांकि, पुलिस को विश्वास नहीं हुआ। इस पर जब पुलिस ने उससे अंग्रेजी में कुछ लिखने को बोला तो महिला लिख नहीं पाई।
अपने साथ बैग में 3.4 स्पाईकैम रखती थी
पूछताछ में पता चला है कि ब्लैकमेलर महिला हर वक्त अपने बैग में 3.4 स्पाईकैम रखती थी। लोकसभा की वेबसाइट से उम्रदराज सांसदों के फोन नंबर निकालती थी और फिर उन से काम के सिलसिले में बात करती थी। इसके बाद किसी बहाने से इन लोगों को अपने घर बुलाती थी और अश्लील फिल्म बनाने के बाद उनको घर छोड़ने जाती थी।
अब तक करीब 25 नेताओं और बिजनेसमैन
महिला ने उत्तराखंड के नेता हरक सिंह रावत और एमपी शादीलाल बत्रा को भी ब्लैकमेल किया था। इन दोनों मामलों के केस सफदरजंग और तिलक मार्ग थाने में दर्ज की गई थी। हनी ट्रैप मामले में आरोपी महिला ने अब तक करीब 25 नेताओं और बिजनेसमैन को अपना शिकार बना चुकी है।