जानिए- मौसम विभाग की भविष्यवाणी, क्यों दिल्ली वालों को इस बार ज्यादा सताएगी गर्मी
मौसम विभाग के मुताबिक जुलाई में बारिश भी सामान्य से कम होने की संभावना है। अगस्त में इसकी कुछ हद तक भरपाई हो सकती है। राहत की बात यह भी है कि इस बार गर्मी सामान्य रहेगी।
नई दिल्ली, जेएनएन। इस साल दिल्ली एनसीआर में मानसून के देर से पहुंचने के आसार हैं। आमतौर पर यह दिल्ली में 28 जून तक पहुंच जाता है, लेकिन इस बार मानसून के दिल्ली पहुंचने में करीब दस दिन की देरी हो सकती है। इससे पहले अगर मानसून पहुंचता भी है तो वह बेहद कमजोर होगा।
जुलाई में बारिश भी सामान्य से कम होने की संभावना है। अगस्त में इसकी कुछ हद तक भरपाई हो सकती है। राहत की बात यह भी है कि इस बार गर्मी सामान्य रहेगी। मौसम पर निगरानी रखने वाली गैर सरकारी एजेंसी स्काईमेट वेदर ने बुधवार को पूर्वानुमान जारी किया। इसमें बताया गया है कि इस बार देश भर में मानसून की बारिश सामान्य से कम रहने की संभावना है। जून से सितंबर के बीच सामान्य से सात फीसदी तक कम बरसात हो सकती है।
स्काईमेट वेदर के सीईओ जतिन सिंह बताते हैं कि अल नीनो के प्रभाव के चलते मानसून के प्रभावित होने के आसार हैं। स्काईमेट के उपाध्यक्ष महेश पलावत के मुताबिक दिल्ली में आमतौर पर अप्रैल में चार से पांच, मई में आठ से दस और जून के पहले पंद्रह दिनों में चार से पांच दिनों तक लू जैसी स्थिति रहती है।
इस बार नियमित अंतराल में आने वाले पश्चिमी विक्षोभ के चलते मानसून पूर्व बरसात की स्थिति बनी रहने की संभावना है। इससे भीषण गर्मी से बीच-बीच में राहत मिलती रहेगी। भीषण गर्मी का दौर जैसे ही चार से पांच दिन तक चलेगा, बारिश के आसार बन जाएंगे।