मतदाता सूची पर रार : गोयल और केजरीवाल के बीच जमकर चली जुबानी जंग, पढ़ें किसने क्या
मतदाता सूची से मतदाताओं के नाम काटे जाने को लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री विजय गोयल और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ट्विटर पर भिड़ गए हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। मतदाता सूची से मतदाताओं के नाम काटे जाने को लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री विजय गोयल और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ट्विटर पर भिड़ गए हैं। दोनों नेता जहां खुद को सही साबित कर रहे थे, वहीं, आप व भाजपा समर्थक भी अपने-अपने नेता के समर्थन में ट्वीट कर रहे थे। आम आदमी पार्टी (आप) आरोप लगा रही है कि भाजपा के इशारे पर दिल्ली में तीन साल में 30 लाख मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से काट दिए गए हैं।
चल रहा जुबानी हमला
इसको लेकर मुख्यमंत्री व आप के अन्य नेता भाजपा पर जुबानी हमला बोल रहे हैं। वहीं, भाजपा इसे बेबुनियाद बताते हुए मुख्यमंत्री व आप नेताओं पर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगा रही है। दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) ने मंगलवार को सभी पार्टियों की बैठक बुलाई थी। इसमें बताया गया कि एक साल में सिर्फ 1.99 लाख वोट कटे हैं, जबकि उससे पहले दो वर्षो में मतदाताओं की संख्या बढ़ी है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी की रिपोर्ट पर हंगामा
इस रिपोर्ट को ट्वीट करके बुधवार को विजय गोयल ने लिखा कि 'सरकार के झूठ का पर्दाफाश। दिल्ली को गुमराह करना बंद करो। मुख्य निर्वाचन अधिकारी की रिपोर्ट के अनुसार उन्हीं के नाम कटे हैं, जिनकी मौत हो गई या जिनका स्थानांतरण हो गया है।
नहीं है जातिगत आंकड़ा
मतदाता सूची में वोटों का कोई जातिगत आंकड़ा नहीं रखा जाता।' इस पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, 'दिल्ली के कुल सवा करोड़ वोटर में से तीन साल में 30 लाख लोगों का निधन हो गया या स्थानांतरण हो गया? दिल्ली के कुल 8 लाख बनियों में से तीन साल में चाल लाख का निधन हो गया या स्थानांतरण हो गया? 15 लाख पूर्वांचलियों का 3 साल में निधन हो गया? क्या कह रहे हो विजय जी?'
रिपोर्ट को झूठा साबित करने का लगा आरोप
इस पर गोयल ने कहा, 'केजरीवाल जी आप संवैधानिक संस्थाओं व उनकी रिपोर्ट को झूठा साबित करना चाहते हैं? हम तो तथ्यों पर आधारित बात कर रहे हैं।' केजरीवाल ने इस पर पलटवार करते हुए लिखा कि 'विजय जी, मैं तो बहुत छोटा आदमी हूं, संवैधानिक संस्थाओं को तो मोदी जी झूठा साबित करते हैं। मेरी क्या औकात।' गोयल ने जवाब दिया, 'केजरीवाल जी, मुद्दे से न भटकाएं।
ट्विटर वार
दिल्लीवासी इस बात को समझें कि मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार इस साल 2 लाख से कम वोट कटे हैं और मतदाता सूची में जातिगत आंकड़े नहीं होते। यह बात इन्हें समझ क्यों नहीं आती? 4 लाख बनियों, 15 लाख पूर्वाचलियों की सूची की बात क्यों करते हैं?' मुख्यमंत्री ने इसका भी जवाब दिया 'विजय जी, हमने चुनाव आयोग पर दबाव डाल कर ही पूरी लिस्ट निकलवाई है, जिनके नाम कटे हैं, उस लिस्ट के आधार पर ही हम बोल रहे हैं। वह लिस्ट आपके पास तो पहले से ही है, आप लोगों ने ही तो नाम कटवाए हैं। उस लिस्ट में बनियों, पूर्वाचलियों के सरनेम डाल कर गिन लीजिए।'