'जब बात सेना की हो तब पूरे देश को एकजुट होना चाहिए, सही नहीं है राजनीति'
दैनिक जागरण से बातचीत में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार ने कहा कि हमारे लिए यह गर्व की बात है कि देश की सैन्य शक्ति के सम्मान में हमें कार्यक्रम आयोजित करने का अवसर मिल रहा है।
नई दिल्ली [राहुल मानव]। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) प्रशासन की ओर से 29 सितंबर को सर्जिकल स्ट्राइक-डे मनाया जाएगा। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने 29 सितंबर को सर्जिकल स्ट्राइक-डे आयोजित करने की अधिसूचना जारी है। दैनिक जागरण से बातचीत में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार ने कहा कि हमारे लिए यह गर्व की बात है कि देश की सैन्य शक्ति के सम्मान में हमें कार्यक्रम आयोजित करने का अवसर मिल रहा है।
पूरे देश को एकजुट होना चाहिए
कुलपति प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार ने कहा कि 18 सितंबर 2016 को पाक रेंजर्स के हमले में 19 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। उसके बाद हमारी सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 29 सितंबर को गुलाम कश्मीर के अंदर घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक की थी। उन्होंने यह भी कहा कि यूजीसी की अधिसूचना को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है, जो सही नहीं है। जब बात देश के सशस्त्र बल की आती है तो पूरे देश को एकजुट होना चाहिए।
क्या-क्या होगा आयोजन
कुलपति ने कहा कि जेएनयू कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में विद्यार्थी सैनिकों को श्रद्धांजलि देंगे और कैंपस में मार्च भी निकाला जाएगा। एक बोर्ड पर सेना के सम्मान में हस्ताक्षर भी लिए जाएंगे और उसे भारतीय सेना के पास भेजा जाएगा। इसके अलावा निबंध लेखन, लेक्चर और डिबेट का आयोजन किया जाएगा।
जेएनयू से मान्यता प्राप्त हैं छह डिफेंस इंस्टीट्यूट
प्रो. जगदीश ने कहा कि देश के छह डिफेंस इंस्टीट्यूट जेएनयू से मान्यता प्राप्त हैं। इनमें कैडेट्स को डिग्री जेएनयू प्रशासन ही देता है। इन संस्थानों से कई पूर्व विद्यार्थी भी इसमें शिरकत करेंगे।
ये हैं वह छह डिफेंस इंस्टिट्यूट
- आर्मी कैडेट कॉलेज, देहरादून
- कॉलेज ऑफ मिलिट्री इंजीनियरिंग, पुणे
- मिलिट्री कॉलेज ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड मैकेनिकल इंजीनियरिंग, सिकंदराबाद
- मिलिट्री कॉलेज ऑफ टेलीकम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग, महू
- राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, पुणे
- भारतीय नौसेना अकादमी, एझिमाला