Move to Jagran APP

महाकुंभ में दिखी उत्तराखंड की संस्कृति, साहित्य और परिवेश की झलक

उत्तराखंड लोक भाषा साहित्य मंच के संरक्षक और भाजपा के जिलाअध्यक्ष डा. विनोद बछेती ने कहा कि इस महाकुंभ का उद्देश्य उत्तराखंड की संस्कृति साहित्य को बढ़ावा देना है।इस मंच के माध्यम से वह उत्तराखंड की संस्कृति साहित्य और लोक परिवेश को अपनी नई पीढ़ी के सामने रखना चाहते हैं।

By Prateek KumarEdited By: Published: Sun, 21 Nov 2021 10:23 PM (IST)Updated: Sun, 21 Nov 2021 10:59 PM (IST)
महाकुंभ में दिखी उत्तराखंड की संस्कृति, साहित्य और परिवेश की झलक
मेधावी छात्र छात्राओं को मेडल, प्रतीक चिह्न व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया।

नई दिल्ली [रितु राणा]। वेस्ट विनोद नगर स्थित डीडीए मैदान में उत्तराखंड लोक कला भाषा साहित्य मंच, उत्तराखंड एकता मंच और भुम्याल विकास मंच ने मिलकर दूसरे उत्तराखंडी महाकुंभ का आयोजन किया। इसमें लोक कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से उत्तराखंड की विभिन्न कलाओं के रंग बिखेरे। उत्तराखंड के खानपान, कला, संस्कृति व साहित्य से संबंधित कई स्टाल व पुस्तक प्रदर्शनियां भी लगाई गईं। इसके साथ ही इस वर्ष 12वीं व 10वीं कक्षा में बेहतर अंक प्राप्त करने वाले मेधावी छात्र छात्राओं को मेडल, प्रतीक चिह्न व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया।

loksabha election banner

लोक कला को बढ़ावा देने की पहल

उत्तराखंड लोक भाषा साहित्य मंच के संरक्षक और भाजपा के जिलाअध्यक्ष डा. विनोद बछेती ने कहा कि इस महाकुंभ का उद्देश्य उत्तराखंड की संस्कृति, साहित्य व लोक कला को बढ़ावा देना है। इस मंच के माध्यम से वह उत्तराखंड की संस्कृति, साहित्य और लोक परिवेश को अपनी नई पीढ़ी के सामने रखना चाहते हैं। यह सांस्कृतिक कुंभ हमारी लोक संस्कृति का समावेश है, इसके साथ ही दिल्ली-एनसीआर में जो उत्तराखंड समाज के लोग रह रहे हैं, उनकी सामाजिक एकता का भी संगम है।

लोक सांस्कृतिक नृत्य एवं गीतों का लिया आनंद

इस अवसर पर दर्शकों ने कई लोक सांस्कृतिक नृत्य व गीतों का आनंद लिया। जिसमें मशहूर लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी, मीना राणा, बिशन हरियाला, भगवत मनराल आदि की टीम ने अपनी प्रस्तुति से खूब समां बांधा। इस दौरान महाकवि कन्हैया लाल डंडरियाल, हिंदी व गढ़वाली के वरिष्ठ साहित्यकार रमेश चंद्र घिल्डियाल, ईश्वरी प्रसाद उनियाल व ढोलक वादक उत्तम दास को भी सम्मानित किया गया। इस मौके पर गढ़वाली व कुमाऊंनी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की पुरजोर मांग भी की गई। जिसके साथ ही लगभग दस हजार लोगों के हस्ताक्षर से युक्त ज्ञापन तैयार किया गया, जिसे केंद्र सरकार को सौंपा जाएगा।

कार्यक्रम में इनकी रही मौजूदगी

कार्यक्रम में मुख्य रूप से केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट, भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री व राज्यसभा सदस्य दुष्यंत गौतम व भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। इस मौके पर भाजपा प्रदेश महामंत्री दिनेश प्रताप, पूर्वी दिल्ली के महापौर श्याम सुंदर अग्रवाल, जिलाध्यक्ष राम किशोर, पूर्व महापौर व पार्षद नीमा भगत व बिपिन बिहारी सिंह, शशि चांदना, पूर्व जिलाध्यक्ष ललित जोशी, रवि नेगी, दयाल सिंह नेगी, दीपक डंडरियाल , लक्ष्मी बिष्ट, रेखा चौहान, हरेंद्र डौलिया आदि मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.