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दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़े अनिल दुजाना और रंदीप भाटी गिरोह के तीन शातिर शूटर

गैंगवार में सुंदर भाटी गिरोह के कई बदमाशों की अनिल दुजाना गिरोह हत्या कर चुका है। अनिल व रंदीप का भी गाजियाबाद व गौतमबुद्धनगर में खासा आतंक है।

By JP YadavEdited By: Published: Tue, 05 Feb 2019 08:26 AM (IST)Updated: Tue, 05 Feb 2019 08:26 AM (IST)
दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़े अनिल दुजाना और रंदीप भाटी गिरोह के तीन शातिर शूटर
दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़े अनिल दुजाना और रंदीप भाटी गिरोह के तीन शातिर शूटर

नई दिल्ली, जेएनएन। गौतमबुद्धनगर व गाजियाबाद जिले में आतंक का पर्याय बने कुख्यात सुंदर भाटी गिरोह के बदमाश चमन भाटी की हत्या के मुख्य चश्मदीद गवाह बदमाश संदीप नागर पर तीन बार जानलेवा हमला करने वाले कुख्यात अनिल दुजाना व रंदीप भाटी गिरोह के तीन शूटरों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। गैंगवार में सुंदर भाटी गिरोह के कई बदमाशों की अनिल दुजाना गिरोह हत्या कर चुका है। अनिल व रंदीप का भी गाजियाबाद व गौतमबुद्धनगर में खासा आतंक है। 

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एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम ब्रांच राजीव रंजन के मुताबिक गिरफ्तार शूटरों के नाम सुमित नागर, सनोज कुमार व अर¨वद कसाना उर्फ काले है। तीनों मयूर विहार फेज तीन के रहने वाले हैं। सुमित पहले मैकेनिक का काम करता था। अनिल दुजाना गिरोह के बदमाश विकास कसाना से परिचय होने पर ड्रग्स व शराब की लत लगने से वह अपराध की दुनिया में कूद पड़ा। सनोज पहले भवन निर्माण सामग्री सप्लाई करता था। विकास कसाना के दोस्त राजा से परिचय होने के बाद वह अपराधी बन गया।

अरविंद कसाना ने नोएडा के सेक्टर 58 में किराने की दुकान खोली थी। इसी बीच विकास कसाना व सुशील उर्फ गोलू के संपर्क में आकर वह भी अपराध की दुनिया में आ गया। 30 जुलाई को अनिल-रंदीप गिरोह के बदमाशों ने मयूर विहार फेज तीन में सुंदर भाटी गिरोह के बदमाश संदीप नागर पर अंधाधुंध फायरिंग की थी।

घटना में वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। घटना के समय संदीप नागर घरौली स्थित अपने चाचा के घर से निकलकर स्कूटी से घर जा रहा था। रास्ते में बाइक सवार दो बदमाशों ने उसपर गोलियां चलानी शुरू कर दी थी। गोली उसके पेट में लगी थी। न्यू अशोक नगर थाने में संदीप नागर के बयान पर मामला दर्ज कर लिया था।

जांच से पता चला था कि अनिल दुजाना व सुंदर भाटी गिरोह के बीच गैंगवार की लंबी कहानी है। 2012 में सबसे पहले अनिल दुजाना गिरोह ने संदीप नागर के रिश्तेदार पंकज नागर की कासना में हत्या कर दी थी। उस मामले में चमन भाटी व संदीप नागर मुख्य चश्मदीद गवाह हैं। डीसीपी क्राइम ब्रांच डॉ. जी राम गोपाल नायक की टीम ने एक फरवरी को पहले सुमित नागर फिर उससे पूछताछ के आधार पर सनोज व राज कुमार को दिल्ली से दबोच लिया।


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