UP पुलिस की बड़ी पहल, फर्जीवाड़ा रोकने को FBI व कनाडा पुलिस संग करेगी काम
एसएसपी डॉ. अजयपाल शर्मा ने बताया कि हैकर USA और कनाडा के नागरिकों को वॉयस कॉल करके लोन का लालच देकर डॉलर में ठगी कर ले रहे हैं। ऐसे मामलों में FBI और कनाडा पुलिस काफी मददगार होगी।
नोएडा, जेएनएन। दिल्ली से सटे यूपी के नोएडा व गाजियाबाद शहर में आए दिन फर्जी कॉल सेंटरों के मामले सामने आते हैं। नोए़डा पूरे एनसीआर में फर्जी कॉल सेंटरों का गढ़ माना जाता है। ये कॉल सेंटर पूरे देश के लोगों से फर्जीवाड़ा करते हैं। कई बार ये लोगों के जीवन भर की जमापूंजि ठग लेते हैं। ये फर्जी कॉल सेंटर आम से लेकर खास हर किसी को अपना शिकार बनाते हैं।
इसे ध्यान में रखते हुए यूपी पुलिस ने बड़ा निर्णय लिया है। यूपी पुलिस ने अब इन फर्जी कॉल सेंटरों पर शिकंजा कसने के लिए अमेरिका की फॉरेन ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) से हाथ मिला लिया है। इसकी शुरूआत यूपी के हाईटेक शहर नोएडा से की जाएगी। इसकी मुख्य वजह ये है कि ये हाईटेक शहर साइबर क्राइम के मामलों में पूरे प्रदेश में सबसे आगे है।
एफबीआइ के अलावा कनाडा पुलिस के साथ भी यूपी पुलिस मिल कर काम करेगी। बुधवार को नोएडा के एसएसपी डॉ. अजय पाल शर्मा ने एफबीआइ के असिस्टेंट लीगल सुहेल और कनाडा के रॉयल कनाडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) के काउंसलर सैम इस्माइल के साथ बैठक की। दोनों अधिकारियों के साथ हुई बैठक में जालसाजी रोकने के लिये एक-दूसरे के संपर्क में रहने के साथ जालसाजी के शिकार विदेशी नागरिकों की डिटेल साझा करने और जालसाजों को पकड़ने में तकनीकी मदद लेने पर सहमति बनी है।
US व कनाडा से जुड़े साइबर अपराधों में साबित होंगे मददगार
एसएसपी डॉ. अजयपाल ने बताया कि शहर में फर्जी कॉल सेंटरों की बढ़ती शिकायतों के मद्देनजर कड़े कदम उठाये जा रहे हैं। जालसाज यहां से यूएसए और कनाडा के नागरिकों को वॉयस कॉल करके लोन का लालच देकर डॉलर में ठगी कर ले रहे हैं। इस तरह का एक गैंग अप्रैल में पुलिस ने पकड़ा था। ठगी के शिकार यूएसए नागरिकों की जानकारी नहीं मिल पाई थी। इसीलिए एफबीआई से संपर्क किया गया था। इसके बाद पता चला कि उस गिरोह ने दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों से ठगी की गई है। वहीं, कई बार भारतीयों के डेबिट व क्रेडिट कार्ड से यूएसए व कनाडा में ऑन लाइन शॉपिंग करके ठगी की गई है। इसकी जानकारी भी यूएस और कनाडा से नहीं मिल पा रही थी। इससे साइबर क्राइम के मामलों की जांच में तेजी नहीं आ पा रही थी।
पेमेंट गेटवे का अप्रूवल भी होगा जरूरी
एसएसपी का कहना है कि फर्जी कॉल सेंटर पर शिकंजा कसने के लिये कई तरह के उपाय किये जा रहे हैं। ज्यादातर फर्जी कॉल सेंटर अलग-अलग पेमेंट गेटवे के जरिए पैसे मंगाते हैं। इसे देखते हुए एफबीआई और कनाडा की आरसीएमपी पुलिस के साथ मीटिंग में सहमति बनी है।
सभी कॉल सेंटर के लिये जारी होगी गाइड लाइन
एसएसपी डॉ. अजयपाल ने बताया कि शहर में चल रहे सभी कॉल सेंटरों का रजिस्ट्रेशन बेहद जरूरी है। इससे फर्जी कॉल सेंटरों की पहचान की जा सकेगी। यह नियम पहले से है और सही काम करने वाले कॉल सेंटर रजिस्टर्ड हैं। इसमें कुछ और पारदर्शिता लाने के लिये गाइड लाइन बनाई जा रही है। इसके लिये कानूनी राय ली जा रही है। जल्द ही गाइड लाइंस तैयार करके सभी को सूचना दी जाएगी। कॉल सेंटरों को अपनी पूरी जानकारी नजदीकी थाने में देनी होगी।