दिल्ली की जेलों में हर दिन मिलते हैं दो मोबाइल फोन, इस जेल में चलती है कैदियों की मनमानी
जेल प्रशासन की ओर से उपलब्ध कराए गए आंकड़े इस बात की तस्दीक करते हैं कि जेल में बड़े पैमाने पर कैदी मोबाइल लेकर पहुंच रहे हैं।
नई दिल्ली [गौतम कुमार मिश्र]। सुरक्षा को लेकर दिल्ली जेल प्रशासन की ओर से तमाम दावों के बीच कैदी जेल के भीतर मोबाइल ले जाने में कामयाब हो जाते हैं। जेल प्रशासन की ओर से उपलब्ध कराए गए आंकड़े इस बात की तस्दीक करते हैं कि जेल में बड़े पैमाने पर कैदी मोबाइल लेकर पहुंच रहे हैं। दिल्ली के तिहाड़, रोहिणी व मंडोली स्थित जेल परिसरों में सबसे ज्यादा चिंताजनक स्थिति रोहिणी व मंडोली जेल में नजर आती है।
सूचना के अधिकार के तहत जेल प्रशासन की ओर से उपलब्ध जानकारी के अनुसार, इस वर्ष जून महीने तक कैदियों के पास से 330 मोबाइल बरामद किए जा चुके हैं। यह आंकड़े और भी बढ़ेंगे, क्योंकि कुछ जेलों ने सुरक्षा कारणों का हवाला देकर बरामद मोबाइल के बारे में जानकारी नहीं दी है। हाल ही में जेल प्रशासन ने मंडोली में एक अनुज नामक कैदी को पेट दर्द की शिकायत पर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पता चला कि उसने पेट में मोबाइल निगल रखा था। वो भी एक नहीं बल्कि चार। मंडोली में यह कोई पहली घटना नहीं है। कुछ ही महीने पहले भी इस तरह की घटना सामने आ चुकी थी। ये दोनों घटनाएं इस बात को बयां करती हैं कि जेल के भीतर मोबाइल का पहुंचना जारी है।
मंडोली जेल संख्या-13 में मिले 151 मोबाइल
अति सुरक्षित कहे जाने वाले मंडोली जेल संख्या-13 में मोबाइल बरामदगी के आंकड़े बताते हैं कि यहां कैदियों को इस बात का अहसास ही नहीं होता है कि वे जेल में हैं। इस जेल में कैदियों को मोबाइल व नशीले पदार्थ आसानी से मिल जाते हैं। जून महीने तक यहां 151 मोबाइल बरामद हुए है। यहां से नशीले पदार्थ की बरामदगी भी होती रहती है। हालांकि, इसकी मात्र जेल प्रशासन ने बताने से गुरेज किया है। मंडोली स्थित जेल संख्या-15 में बरामद मोबाइल की संख्या 60 है तो वहीं जेल संख्या-14 में 12 है।
रोहिणी में मिले 44 मोबाइल
रोहिणी जेल परिसर में जून महीने तक 44 मोबाइल बरामद हुए है। सुकून की बात है कि यहां कैदियों के पास से कोई नशीला पदार्थ नहीं मिला।
तिहाड़ परिसर में जेल संख्या-8 व 9 अव्वल
मोबाइल बरामदगी के मामले में तिहाड़ जेल संख्या-8 व 9 का प्रथम स्थान है। यहां जून महीने तक 57 मोबाइल बरामद हो चुके हैं। वहीं, जेल संख्या-4 में केवल एक मोबाइल मिला है। बता दें कि इस वर्ष जून महीने तक दिल्ली की जेलों में कैदियों के पास से 330 मोबाइल बरामद किए जा चुके हैं।
कई जेलों ने नहीं दी जानकारी
सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारियों में जहां अधिकांश जेल प्रशासन ने कैदियों के पास से बरामद मोबाइल का ब्यौरा दिया है। वहीं, कुछ जेल ऐसे भी हैं जिन्होंने सुरक्षा कारणों का हवाला देकर इस बारे में जानकारी देने से इनकार कर दिया। इससे आशंका है कि इन जेलों में काफी संख्या में मोबाइल बरामद हुए हैं, जिस कारण संबंधित जेल प्रशासन जानकारी देने से कतरा रहा है। इनमें जेल संख्या-एक व तीन शामिल हैं।
सबसे संवेदनशील जेल नंबर दो से भी मिले पांच मोबाइल फोन
तिहाड़ स्थित जेल नंबर दो सुरक्षा के लिहाज से सर्वाधिक संवेदनशील मानी जाती है, क्योंकि यहां छोटा राजन, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला, पूर्व सांसद शहाबुद्दीन, गैंगस्टर नीरज बवानिया जैसे अनेक कैदी बंद हैं। जेल प्रशासन का कहना है कि यहां इस वर्ष जून महीने तक पांच मोबाइल बरामद हुए हैं।
महिला जेलों में नहीं मिला एक भी मोबाइल
तिहाड़ जेल संख्या-छह व मंडोली जेल संख्या-16 महिला कैदियों के लिए है। दोनों ही जेलों से एक भी मोबाइल की बरामदगी इस वर्ष अभी तक नहीं हुई है।