दिल्ली और रेवाड़ी के 60000 लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी, जानिये- पूरा मामला
रेलवे संरक्षा आयुक्त के निरीक्षण के बाद इसी महीने विद्युत इंजन वाली ट्रेनों के परिचालन की अनुमति मिल जाएगी। इसके बाद यात्री सिर्फ दो घंटे में दिल्ली से रेवाड़ी तक का सफर कर सकेंगे।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली से रेवाड़ी के बीच जल्द ही विद्युत इंजन वाली ट्रेनें दौड़ने लगेंगी, जिससे 60 हजार से ज्यादा यात्रियों को लाभ मिलेगा। दिल्ली सराय रोहिल्ला से रेवाड़ी तक 78 किमी रेलवे लाइन का विद्युतीकरण पूरा हो गया है। रेलवे संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) के निरीक्षण के बाद इसी महीने विद्युत इंजन वाली ट्रेनों के परिचालन की अनुमति मिल जाएगी। इसके बाद यात्री ढाई घंटे की बजाय महज दो घंटे में दिल्ली से रेवाड़ी तक का सफर कर सकेंगे। डीजल इंजन बंद होने से पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिलेगी।
अगस्त, 2017 में विद्युतीकरण का काम शुरू किया गया था, जिसे अप्रैल 2018 तक पूरा करना था। लगभग आठ माह की देरी से यह काम पूरा हो गया है। यह परियोजना दिल्ली से अहमदाबाद ट्रैक पर चल रहे विद्युतीकरण का हिस्सा है। काम पूरा होने से इस रूट पर डबल डेकर कंटेनर ट्रेनें भी चल सकेंगी।
इस रेल खंड का बुधवार को रेलवे संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) का निरीक्षण होना था, लेकिन किसी कारणवश नहीं हो सका। दिल्ली के मंडल रेल प्रबंधक आरएन सिंह का कहना है कि अगले महीने सीआरएस का निरीक्षण हो जाएगा। उसके बाद जल्द विद्युत चलित ट्रेनों के संचालन की अनुमति मिलने की उम्मीद है।
इलेक्ट्रिक इंजन लगने से बढ़ेगी रफ्तार
रेल अधिकारियों के अनुसार, इस रेलखंड पर डीजल इंजन वाली पैसेजर ट्रेनें औसतन 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलती हैं, जबकि इलेक्ट्रिक इंजन लगने से औसतन रफ्तार 65 किमी प्रति घंटे हो जाएगी। इसी तरह से एक्सप्रेस ट्रेनों की औसतन गति 80 से बढ़कर 105 किमी प्रति घंटे हो जाएगी।
लेटलतीफी दूर होने की उम्मीद
अधिकांश यात्री दिल्ली से रेवाड़ी के बीच चलने वाली डीएमयू (डीजल मल्टीपल यूनिट) ट्रेनों से सफर करते हैं, जो अक्सर लेट चलती हैं। वहीं, ईएमयू (इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) और मेमू (मेन लाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन चलने से ट्रेनों की लेटलतीफी दूर होने की उम्मीद है।