तिहाड़ में बनाया गैंग, जमानत पर छूटने के बाद करने लगे ये काम, फिर पहुंचे सलाखों के पीछे
जेल में ही तीनों की मुलाकात हुई। वहां गैंग बनाया और बाहर आकर तीनों ने लूटपाट सहित घरों में चोरी की कई वारदातों को अंजाम दिया।
नई दिल्ली [जेएनएन]। लग्जरी लाइफ, कपड़ों की दुकान और कार लेने के सपने को पूरा करने के लिए तीन बदमाश जेल से छूटने के बाद चोरी की वारदात को अंजाम देने लगे। तीनों को तिहाड़ जेल भेजा गया था, वहां गैंग बना लिया और जमानत पर बाहर आने के बाद चोरी शुरू कर दी। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर फिर से जेल भेज दिया है।
पुलिस ने रखी नजर
डीसीपी चिन्मय बिश्वाल ने बताया कि चोरी की लगातार बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए एएटीएस के इंस्पेक्टर लव आत्रेय के नेतृत्व में टीम बनाई गई थी। टीम ने जमानत पर आए बदमाशों की गतिविधियों पर नजर रखना शुरू किया। 17 अगस्त को एएटीएस को सूचना मिली कि घरों में चोरी की वारदात को अंजाम दे चुके गिरोह के सदस्य जैतपुर के आगरा कनाल नहर के पास आने वाले हैं।
क्या करना चाहते थे चोर
सूचना के बाद पुलिस ने तीन बदमाशों को धर दबोचा। पकड़े गए बदमाशों की पहचान फरीदाबाद के अजय नगर इस्लामपुर के रहने वाले आरिफ, जैतपुर के रहने वाले अलाद्दीन और संगम विहार के रतिया मार्ग के रहने वाले शमशाद के रूप में हुई है। आरिफ लग्जरी लाइफ जीने के लिए चोर बना। अलाद्दीन को अपनी कपड़े की दुकान खोलनी थी और शमशाद कार खरीदना चाहता था।
जेल में हुई मुलाकात
डीसीपी चिन्मय बिश्वाल ने बताया कि तीनों विभिन्न मामलों में गिरफ्तारी के बाद तिहाड़ पहुंचे थे। जेल में ही तीनों की मुलाकात हुई। वहां गैंग बनाया और बाहर आकर तीनों ने लूटपाट सहित घरों में चोरी की कई वारदातों को अंजाम दिया। तीनों की निशानदेही पर चोरी की दो बाइक, पांच लैपटॉप, दो एलईडी टीवी, कंप्यूटर मॉनिटर और जेवरात के अलावा घरों के ताले तोड़ने में इस्तेमाल होने वाले औजार बरामद किए हैं।