Move to Jagran APP

राजधानी के गांवों में शुरू हो गया पराली जलाने का सिलसिला, जानिए कहां लगाई गई आग

दिल्ली में प्रदूषण पर लगाम लगाने के बीच पराली जलाने का सिलसिला शुरू हो गया है। दिल्ली देहात के गांवों में धान की कटाई के साथ-साथ पराली जलाने के मामले सामने आने शुरू हो गए हैं। नरेला विधानसभा क्षेत्र के घोगा गांव में शुक्रवार को खेत में पराली जलाई गई।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Fri, 08 Oct 2021 07:10 PM (IST)Updated: Fri, 08 Oct 2021 07:10 PM (IST)
राजधानी में पराली जलाने का सिलसिला शुरू

नई दिल्ली [सोनू राणा]। राजधानी दिल्ली में प्रदूषण पर लगाम लगाने के बीच पराली जलाने का सिलसिला शुरू हो गया है। दिल्ली देहात के गांवों में धान की कटाई के साथ-साथ पराली जलाने के मामले सामने आने शुरू हो गए हैं। फिलहाल नरेला विधानसभा क्षेत्र के घोगा गांव में शुक्रवार को खेत में पराली जलाई गई। स्थानीय लोगों की माने तो घोगा-कत्लूपुर रोड स्थित खेत में पराली गुरुवार देर रात या शुक्रवार सुबह-सुबह जलाई गई थी। जब लोग सोकर उठे तो पराली जल चुकी थी। इलाके में पराली जलाने का यह पहला मामला सामने आया है।

loksabha election banner

दरअसल घोगा गांव से हरियाणा के कत्लूपुर गांव को जाने वाले रास्ते पर लोगों की कम आवाजाही है। इसका फायदा उठाकर लोग पराली जलाते हैं, जिससे वातावरण प्रदूषित होता है। जिस खेत में पराली जलाई गई है, वह खेत बढ़ाई पर लिया गया है। भले ही पराली जलाने का इस वर्ष यह पहला मामला हो, लेकिन बीते वर्ष व उससे पहले गांव व आसपास के इलाकों में खुब पराली जलाई गई थी।

गौरतलब है कि बीते वर्ष भी दिपावली से पहले बवाना, मुंडका व नरेला विधानसभा क्षेत्र के गांवों के खेतों में धू धू पराली जलाई गई थी। जिसके लिए किसानों के चालान भी किए गए थे। अभी दिपावली को एक महीने से भी कम समय बचा है, अगर पराली जलाने का सिलसिला ऐसे ही चलता रहा तो दिपावली तक राजधानी की आबोहवा पर बुरा असर पड़ेगा।


पराली है तैयार, तिल्ली का इंतजार

जिसे पराली जलाना कहा जाता है असल में वह धान की फसल की कटाई के बाद खेतों में बचे हुए अवशेष होते हैं। जब इनमें आग लगाई जाती है तो वायु में प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है। वातावरण को हो रहे नुकसान के बारे में जानते हुए भी लोग पराली जला रहे हैं, क्योंकि उन्हें अगली फसल की बुआई करनी है। दरियापुर, बाजितपुर, घोगा, तिगीपुर, सुंगरपुर समेत कई गांवों में धान की कटाई के बाद पराली खेतों में ऐसे ही पड़ी हुई है। कभी भी इसको माचिस की तिल्ली लगा दी जाएगी व धुआं वातावरण को प्रदूषित कर देगा।

अधिकारी का जवाब

इस मामले में संबंधित एसडीएम से जानकारी ली जा रही है। पराली जलाने वालों पर कार्रवाई को लेकर जो भी सरकार की ओर से निर्देश मिलेंगे, उसके अनुसार एसडीएम की ओर से कार्रवाई की जाएगी।

ईशा खोसला, उत्तरी जिला अधिकारी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.