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होम आइसोलेशन में ठीक हुए मरीज बोले- अभिभावक की तरह खयाल रखती है सरकार

कोरोना संक्रमित होम आइसोलेशन में रहकर कोरोना की जंग जीत चुके लोग सरकार की तरफ से की गई व्यवस्थाओं से संतुष्ट दिखे।

By Ayushi TyagiEdited By: Published: Sat, 30 May 2020 05:47 PM (IST)Updated: Sat, 30 May 2020 05:47 PM (IST)
होम आइसोलेशन में ठीक हुए मरीज बोले- अभिभावक की तरह खयाल रखती है सरकार
होम आइसोलेशन में ठीक हुए मरीज बोले- अभिभावक की तरह खयाल रखती है सरकार

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। होम आइसोलेशन में रहकर कोरोना की जंग जीत चुके लोग सरकार की तरफ से की गई व्यवस्थाओं से संतुष्ट दिखे। इन लोगों का कहना है कि होम आइसोलेशन के दौरान दिल्ली सरकार ने अभिभावक की तरह पल-पल ध्यान रखा। कभी महसूस ही नहीं हुआ कि घर पर रहकर कोरोना की जंग लड़ रहे हैं। हर पल सरकार की टीम का साथ मिला। यह टीम कम से कम दो बार फोन कर हेल्थ का अपडेट लेती थी। साथ ही जरूरत पड़ने पर घर पर आकर जांच भी करती थी।

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हेल्थ टीम प्रतिदिन लेती है स्वास्थ्य की जानकारी : हिमांशु

आनंदहोम आइसोलेशन में रह चुके हिमांशु आनंद ने बताया कि उनके पड़ोस में रहने वाले एक व्यक्ति की तबीयत खराब हुई थी। 16 अप्रैल को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। कोरोना की जांच हुई तो वह पॉजिटिव निकले। इसके बाद उनकी भी जांच कराई गई, तो वह खुद भी निकले। इसके बाद वह होम आइसोलेशन में 18 दिन तक रहे। इस दौरान हेल्थकेयर की टीम बराबर संपर्क में रही।

होम आइसोलेशन के दौरान हमेशा मास्क और ग्लव्स पहन कर रखा : नदीम

पहाड़गंज में रहने वाले नदीम का कहना है कि उन्हें करीब 20 दिन तक होम आइसोलेशन में रहना पड़ा। अर¨वद केजरीवाल की निगरानी में बनी टीम के सदस्य मुझसे स्वास्थ्य के बारे में पूछते थे। सुबह-शाम खाने में हरी सब्जी और फल लेने के लिए कहा जाता था। मुझे एक मोबाइल नंबर दिया गया था, ताकि जरूरत पड़ने पर उनसे संपर्क कर सकूं। मैं हमेशा मुंह पर मास्क हाथ में ग्लव्स पहन कर रखता था।

हल्के लक्षण मिलने पर होम आइसोलेशन सबसे अच्छा तरीका : मीना

मीना एक आशा कार्यकर्ता और कोविड योद्धा हैं। लॉकडाउन में लोगों की सेवा करने के दौरान उन्हें 3 मई को कोरोना पॉजिटिव बताया गया। इसके बाद वह होम आइसोलेशन में रहीं। उन्हें सरकार की तरफ से पूरी सहायता मिली। वह कहती हैं कि हल्के या कोई लक्षण नहीं होने की स्थिति में होम आइसोलेशन प्रोटोकॉल का पालन करना सबसे अच्छा तरीका है।

रोज पौष्टिक व ताजा भोजन खाया, कोई भी दवा नहीं ली : मुहम्मद रजा

मुहम्मद रजा का कहना है कि वह भी होंम आइसोलेशन में रह चुके हैं। कोरोना पॉजिटिव मिलने पर पहले वह घबरा गए, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें समझाया और होम आइसोलेशन की पूरी प्रक्रिया बताई। प्रतिदिन उन्होंने पौष्टिक और ताजा भोजन खाया और कोई भी दवाई नही ली।


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