यात्रियों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए आखिर क्या है सांसदों के सुझाव
रेल अधिकारियों ने समस्याएं हल करने के साथ ही सांसदों के सुझाव पर काम करने का आश्वासन दिया। उत्तर रेलवे ने अपने सभी पांचों मंडलों में सांसदों की एक मंडलीय समिति का गठन किया है
नई दिल्ली [ जेएनएन ] । दिल्ली रेल मंडल की ओर से आयोजित मंडलीय समिति की बैठक में सांसदों ने अपने क्षेत्र की रेल संबंधी समस्याएं अधिकारियों के सामने रखी। उन्होंने यात्री सुविधाएं बढ़ाने को लेकर सुझाव भी दिए।
रेल अधिकारियों ने समस्याएं हल करने के साथ ही सांसदों के सुझाव पर काम करने का आश्वासन दिया। उत्तर रेलवे ने अपने सभी पांचों मंडलों में सांसदों की एक मंडलीय समिति का गठन किया है ताकि जनता की समस्याओं के त्वरित समाधान करने के साथ ही उनके सुझाव लिए जा सके।
बैठक में केंद्रीय जल संसाधन राज्य मंत्री डॉ. संजीव कुमार बाल्यान, सांसद मीनाक्षी लेखी, रमेश बिधूड़ी, डॉ उदित राज, मनोज कुमार तिवारी, रमेश चंद्र कौशिक, राजेंद्र अग्रवाल, हुकुम सिंह, बलविंदर सिंह भूंदड़ के साथ ही केंद्रीय विज्ञान और भू-विज्ञान मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह और सांसद राघव लखनपाल के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
उन्होंने अपने क्षेत्र में रोड-ओवर-ब्रिज बनाने, रेलवे फाटकों के स्थान पर सीमित ऊंचाई वाले सब-वे बनाने, स्टेशनों पर रेलगाडियों को अतिरक्ति ठहराव, स्टेशनों का विकास यात्री सुविधाओं आदि पर चर्चा की।
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आरके कुलश्रेष्ठ ने दिल्ली मंडल के उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने रेलवे द्वारा यात्रियों को दी जा रही सुविधाओं की भी जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2016-17 दिल्ली मंडल के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धियों का वर्ष रहा है। इस दौरान गाजिय़ाबाद-मेरठ-सहारनपुर, रोहतक-जींद रेल खंड का विद्युतीकरण किया गया।
सभी रेल खंडों पर ट्रेनों की गति सीमा को बढ़ाया गया है। कुल 230 किलोमीटर नई रेल पटरी बिछाई गई है। इसके साथ ही सभी ए-1 श्रेणी के रेलवे स्टेशनों पर मुफ्त वाई-फाई सेवाएं प्रदान की गई हैं।
कागजरहित मोबाइल टिकट सेवा शुरू की गई है। 34 स्टेशनों पर वाटर वेंडिंग मशीनें लगाई गई हैं। बैठक में दिल्ली मंडल के मंडल रेल प्रबंधक आरएन सिंह सहित अन्य वरिष्ठ रेल अधिकारी मौजूद थे।