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यूपी के गाजियाबाद में दिखा अजब नजारा, जानें- पुलिस के पैरों में क्यों लेटे किसान

मंडोला समेत छह गांव के किसान आवास विकास परिषद की मंडोला विहार योजना के खिलाफ पिछले 25 माह से विरोध करते आ रहे हैं। किसानों की मांग है कि उन्हें भूमि अधिग्रहण नीति 2013 से मुआवजा दिया जाए।

By Edited By: Published: Fri, 01 Feb 2019 09:22 PM (IST)Updated: Sat, 02 Feb 2019 07:52 AM (IST)
यूपी के गाजियाबाद में दिखा अजब नजारा, जानें- पुलिस के पैरों में क्यों लेटे किसान
यूपी के गाजियाबाद में दिखा अजब नजारा, जानें- पुलिस के पैरों में क्यों लेटे किसान

लोनी/गाजियाबाद, जेएनएन। दिल्ली से सटे लोनी के मंडोला समेत छह गांव के किसान शुक्रवार सुबह पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार, प्रधानमंत्री के समक्ष विरोध प्रकट करने को रवाना हुए। अधिकारियों ने नानू गांव के पास किसानों को रोकने का प्रयास किया। किसान अधिकारियों के पैरों में लेट गए। बाद में किसान खेकड़ा बागपत की ओर प्रवेश कर इस्टर्न पेरिफेरल -वे से दिल्ली रवाना हो गए।

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मंडोला समेत छह गांव के किसान आवास विकास परिषद की मंडोला विहार योजना के खिलाफ पिछले 25 माह से विरोध करते आ रहे हैं। किसानों की मांग है कि उन्हें भूमि अधिग्रहण नीति 2013 से मुआवजा दिया जाए। लगातार प्रदर्शन के बाद भी शासन द्वारा उनकी मांग नहीं मानी गई, तो किसानों ने प्रधानमंत्री के समक्ष प्रदर्शन करने का निर्णय लिया।

अपने पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार सुबह करीब साढे़ दस बजे मंडोला समेत छह गांव के किसान ट्रैक्टर ट्रॉली में खेकड़ा की ओर चले। जानकारी मिलने पर प्रशासनिक अधिकारियों ने बैरिकेड लगाकर किसानों को रोकने का प्रयास किया।

किसानों ने अधिकारियों के पैरों में लेकर उन्हें आगे जाने की मांग की तो उपजिलाधिकारी सतेंद्र कुमार सिंह, क्षेत्राधिकारी राज कुमार पांडेय और अन्य पुलिसकर्मियों ने भी घुटनों पर बैठकर उन्हें रोकने का प्रयास किया लेकिन किसान नहीं रुके। करीब डेढ़ घंटे की जद्दोजहद के बाद किसान बागपत सीमा में प्रवेश कर इस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे से दिल्ली की ओर रवाना हो गए।

नानू गांव के पास की बेरिकेडग किसानों के दिल्ली जाने की जानकारी मिलने पर सुबह आठ बजे प्रशासनिक अधिकारियों ने नानू गांव के पास बेरिकेडिंग लगा दी। सैकड़ों की संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया लेकिन किसानों की जिद के आगे अधिकारियों की एक नहीं चली। उपजिलाधिकारी ने बताया कि किसानों ने महिलाओं को आगे कर दिया, जिसके कारण वह उन्हें रोकने नहीं सके।

उधर, गाजियाबाद के पड़ोसी जिले गौतमबुद्धनगर के नोएडा में जमकर हंगामा हुआ। दरअसल, उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले से सटे टप्पल क्षेत्र (अलीगढ़, यूपी) के किसान दिल्ली में प्रधानमंत्री आवास का घेराव करने पहुंचे हैं, इससे चलते दिल्ली में जगह-जगह जाम का नजारा देखने को मिल रहा है। शुक्रवार को दोपहर बाद Delhi-Noida flyway (DND flyway) पर किसानों ने जाम लगा दिया। हालांकि, कई घंटों की मशक्कत के बाद देर रात को डीएनडी को पुलिस ने जाम से मुक्त करा दिया है।

इससे पहले इस दौरान दिल्ली पुलिस के साथ किसानों की कई बार भिड़ंत भी हुई। कड़ी सुरक्षा के बीच काफी देर तक किसानों और दिल्ली पुलिस के बीच वार्ता का दौर चला, लेकिन किसान हर हाल में पीएम हाउस का घेराव करने पर आमादा नजर आए। आलम यह है कि डीएनडी पर जाम तो खुल गया है, लेकिन तकरीबन 500 किसान डीएनडी के आसपास जमा हैं। जानकारी के मुताबिक, किसान नेता मनवीर तेवतिया करीब 500 किसानों के साथ प्रधानमंत्री आवास पर प्रदर्शन करने जा रहे थे। दिल्ली पुलिस किसानों को दिल्ली में प्रवेश नहीं करने दे रही थी और डीएनडी पर रोक दिया। इससे नाराज किसानों ने डीएनडी को बंद कर दिया। टैक्टर ट्रॉली के साथ पहुंचे किसान अपनी जिद पर अड़े हुए हैं कि उन्हें पीएम हाउस का घेराव करना है।


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