हिंसक हुआ 'भारत बंद': ठहर गई दिल्ली, गाजियाबाद में पुलिस बल पर पथराव, ठप हुए राजमार्ग
कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़पें हुई। इससे निपटने के लिए पुलिस ने हल्के बल का प्रयोग किया।
नई दिल्ली [ जेएनएन ] । एसटी-एसी एक्ट 1989 में संशोधन के खिलाफ दिल्ली एनसीआर में भारत बंद ने हिंसा का रूप अख्तियार कर लिया। दिल्ली के कई इलाकों में प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर जमकर हंगामा काटा। इसके चलते कई जगह दिल्ली ठहर गई। कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़पें हुई। इससे निपटने के लिए पुलिस ने हल्के बल का प्रयोग किया।
प्रदर्शनकारियों ने एनएच 24 और दिल्ली-देहरादून हाइवे समेत कई प्रमुख मार्गों पर जाम लगा दिया। इससे कई राजमार्ग पर यातायात व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई। गाजियाबाद में रेलवे फटकी पर जाम के कारण ट्रेन संचालन भी प्रभावित हुआ है।
दलित संगठनों के प्रदर्शन से बेहाल हुई राजधानी
दलित संगठनों के भारत बंद के तहत दक्षिणी दिल्ली में जगह-जगह प्रदर्शन किए गए। दलित संगठनों ने सुबह से ही बीआरटी, एमबी रोड, रिंग रोड, आउटर रिंग रोड पर सुबह से ही प्रदर्शन शुरू कर दिया। लोग सड़कों पर निकल कर सरकार विरोधी नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों के चलते दिल्ली के कई प्रमुख मार्गों पर यातायात थम गया। गुरु रविदास मार्ग पर गोविंदपुरी में दलित संगठन के लोगों ने जाम लगा दिया।
इससे मां आनंदमयी मार्ग, ओखला एस्टेट मार्ग पूरी तरह से जाम हो गया। थोड़ी दूर जाने के लिए भी लोग काफी देर तक जाम में फंसे रहे। वहीं, आउटर रिंग रोड कालकाजी मंदिर फ्लाइओवर के नीचे प्रदर्शनकारियों ने जाम लगा दिया। पुलिस ने बड़ी मशक्कत से उन्हें हटाया।
इस दौरान फ्लाइओवर पर जाम में एक एंबुलेंस भी काफी देर तक फंसी रही। प्रदर्शन के कारण ओखला से लेकर सीआर पार्क और चिराग दिल्ली तक भयंकर जाम लगा रहा। मुख्य रोड पर जाम लगा होने के कारण लोग गलियों व सर्विस लेन में होकर जाने लगे। इसकी वजह से कॉलोनियों की गलियां व सर्विस लेन भी जाम हो गईं। यातायात पुलिस व स्थानीय पुलिस को जाम हटाने में भारी मशक्कत करनी पड़ी। अभी भी जगह-जगह प्रदर्शन जारी हैं।
गाजियाबाद में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर किया पथराव
गाजियाबाद स्थित गउशाला रेलवे फाटक पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बल पर पथराव किया। इससे कई पुलिस कर्मियों को चोट भी लगी है। पुलिस ने भीड़ को तीतर बीतर करने के लिए हल्के बल का प्रयोग किया। यहां रेलवे फटकी पर जाम के कारण रेल संचालन ठप पड़ गया। कई ट्रेनों घंटों तक खड़ी रही। ग्रेटर नोएडा में दलित समुदाय के लोगों ने डीएम कार्यालय पर एकत्र होकर फैसले के खिलाफ प्रदर्शन किया।
पलवल में हिंसक हुआ जुलूस, गुरुग्राम और फरीदाबाद में लगा जाम
हरियाणा के पलवल जिले में युवकों ने विरोध में जुलूस निकाला। लाठी ठंठे से लैस यहां प्रदर्शनकारियों ने राजमार्ग स्थित सिंगला पेट्रोल पंप पर आग लगाने का भी प्रयास किया, लेकिन अग्निशमन यंत्र के जरिए उस पर तत्काल काबू पा लिया गया। पेट्रोल पंप पर तैनात कर्मचारियों से मारपीट की। बाजार बंद करने पर अड़े प्रदर्शनकारियों ने दुकानदारों से मारपीट की और जमकर उपद्रव किया। फरीदाबाद में प्रदर्शनकारियों ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने रेलवे रोड को जाम कर दिया। गुरुग्राम में पुलिस आयुक्त कार्यालय प्रदर्शन किया।
आखिर क्या है मामला
सुप्रीम कोर्ट ने 20 मार्च को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (उत्पीड़न रोकथाम) एक्ट, 1989 (एससी/एसटी एक्ट) से संबंधित एक अहम फैसला दिया है। इसमें ईमानदार सरकारी अधिकारियों को इस एक्ट के जरिये झूठे केसों में फंसाने से संरक्षण देने की बात कहते हुए एक्ट के प्रावधानों को नरम कर दिया गया। कोर्ट का यह मानना था कि कई लोग इस ऐक्ट का इस्तेमाल ईमानदार सिविल सेवकों को ब्लैकमेल करने के लिए झूठे मामले में फंसाने के इरादे से भी कर रहे हैं।
इसलिए इस कानून के जरिये तत्काल गिरफ्तारी के प्रावधान को कोर्ट ने नरम कर दिया. लिहाजा इसके खिलाफ देश भर के दलित संगठन सड़कों पर उतर आए हैं और दो अप्रैल को भारत बंद का ऐलान किया है। बढ़ते विरोध के बीच सरकार ने भी दो अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटीशन दायर करने की बात कही है।