Move to Jagran APP

Delhi Terrorist Arrest: आतंकियों का सनसनीखेज खुलासा, भारत में व्यक्ति विशेष को मारने के लिए दी गई थी ट्रेनिंग

Delhi Terrorist Arrest पकड़े गए आतंकियों में से ओसामा उर्फ समी व जीशान कमर को पाकिस्तान में प्रशिक्षण दिया गया था। वहां उन्हें बम बनाने और आइईडी धमाके करने के साथ ही व्यक्ति विशेष को मारने का प्रशिक्षण भी दिया गया था।

By Jp YadavEdited By: Published: Wed, 15 Sep 2021 06:52 AM (IST)Updated: Wed, 15 Sep 2021 06:52 AM (IST)
Delhi Terrorist Arrest: आतंकियों का सनसनीखेज खुलासा, भारत में व्यक्ति विशेष को मारने के लिए दी गई थी ट्रेनिंग
Delhi Terrorist Arrest: आतंकियों का सनसनीखेज खुलासा, भारत में व्यक्ति विशेष को मारने के लिए दी गई थी ट्रेनिंग

नई दिल्ली [धनंजय मिश्रा]। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (Delhi Police Special Cell) द्वारा पकड़े गए आतंकियों से पूछताछ में हैरान करने वाली जानकारी मिली है। आतंकियों ने न सिर्फ देश के बड़े शहरों में धमाके करने की साजिश रची थी, बल्कि उन्हें राजनेताओं व नामचीन हस्तियों की भी हत्या करने का जिम्मा दिया गया था। फिलहाल दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की टीम फिलहाल आतंकियों से गहन पूछताछ कर रही है। पकड़े गए आतंकियों में से ओसामा उर्फ समी व जीशान कमर को पाकिस्तान में प्रशिक्षण दिया गया था। वहां उन्हें बम बनाने और आइईडी धमाके करने के साथ ही व्यक्ति विशेष को मारने का प्रशिक्षण भी दिया गया था। इसके लिए दोनों को इटली में निर्मित अत्याधुनिक पिस्टल व स्नाइपर राइफल चालने का प्रशिक्षण दिया गया था।

loksabha election banner

दो सप्ताह में शुरू करनी थी रेकी

सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार आतंकियों से पूछताछ में सामने आया है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के इशारे पर दाऊद इब्राहिम के भाई अनीस इब्राहिम को आतंकियों को बताना था कि किन राजनेताओं या नामचीन हस्तियों की हत्या की जानी है। उसके निर्देश पर आतंकियों को हत्या को अंजाम देना था। आतंकी अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देने के लिए फिलहाल विस्फोटक व हथियार एकत्रित कर रहे थे। साथ ही उन्हें अनीस के निर्देश का इंतजार था। उसका निर्देश आते ही उन्हें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों के प्रमुख शहरों में आइईडी धमाकों के लिए अधिक भीड़भाड़ वाली जगहों की रेकी करनी थी।

टेलीग्राम व वाट्सएप के जरिये करते थे बात

आतंकी एक-दूसरे से व पाकिस्तान में बैठे आकाओं से टेलीग्राम व वाट्सएप के जरिये संपर्क करते थे। स्पेशल सेल इनके मोबाइल फोन व अन्य डिजिटल डाटा की भी जांच कर रही है। पुलिस सूत्रों का मानना है कि इनके मोबाइल फोन व अन्य डाटा की जांच से और भी कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिल सकती हैं। इससे देश में इनके अन्य मददगारों का पता लगाने में भी मदद मिलेगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.