Move to Jagran APP

Boycott China, India China Border Tension: स्वदेशी राखी से चीन को 4000 करोड़ की चोट

कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि कैट चीनी सामान के बहिष्कार व स्वदेशी के प्रति जागरूक करने के लिए प्रतिबद्ध है।

By Edited By: Published: Wed, 29 Jul 2020 11:06 PM (IST)Updated: Thu, 30 Jul 2020 10:43 AM (IST)
Boycott China, India China Border Tension: स्वदेशी राखी से चीन को 4000 करोड़ की चोट
Boycott China, India China Border Tension: स्वदेशी राखी से चीन को 4000 करोड़ की चोट

नई दिल्ली, जागरण संवादाता। 'भारतीय सामान, हमारा अभिमान' के तहत बुधवार को मालवीय नगर में ¨हदुस्तानी राखी स्टाल का उद्घाटन किया गया। यहां राफेल व मोदी राखी सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र रही। सबसे ज्यादा इन्हीं राखियों को खरीदा गया। मालवीय नगर में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने फीता काटकर स्टाल का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कैट चीनी सामान के बहिष्कार व स्वदेशी के प्रति जागरूक करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी कड़ी में रक्षाबंधन पर चीनी राखियों का बहिष्कार कर चीन को करीब चार हजार करोड़ रुपये की चोट पहुंचाई गई है। उन्होंने बताया कि कैट की दिल्ली प्रदेश महिला विंग की अध्यक्ष पूनम गुप्ता ने स्वदेशी राखी बनाने की मुहिम छेड़ी और साढ़े पांच लाख से ज्यादा स्वदेशी राखी बनवाकर उन्होंने देशभर में भेजी। उन्होंने खुद तो राखी बनाई ही, साथ में दो हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार देकर राखियां बनवाई।

loksabha election banner

पूनम गुप्ता ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत बनाने के संकल्प से उन्होंने प्रेरणा लेकर रक्षाबंधन पर्व पर स्वदेशी राखी बनाने का निर्णय लिया। बुधवार को आयोजित हुए कार्यक्रम में कैट की महिला पदाधिकारी रेनू की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही। संबोधन के दौरान सभी पदाधिकारियों ने चीनी सामान के बहिष्कार के लिए पूनम गुप्ता की ओर से किए गए प्रयास की खूब सराहना की। इस मौके पर कैट के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष विपिन आहूजा, प्रभारी दिल्ली प्रदेश रमेश खन्ना व सुमित अग्रवाल समेत तमाम कार्यकर्ता मौजूद रहे।

11 हजार जवानों को बॉर्डर पर भिजवाई स्वदेशी राखी

पूनम गुप्ता ने बताया कि 11 हजार स्वदेशी राखियां बॉर्डर पर जवानों को भिजवाई गई। कैट के पदाधिकारियों ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भेंट कर उन्हें जवानों के लिए यह राखियां भेंट कीं। देश के विभिन्न राज्यों में लगभग 250 शहरों में स्वदेशी राखी की बिक्री के लिए स्टाल लगाए गए हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.