गुरुग्राम मर्डर केस: माली ने बयां की दर्दनाक कहानी, कहा- कभी नाराज नहीं होते थे साहब-मैडम
सोहना रोड स्थित उप्पल साउथएंड सोसायटी के एस. ब्लॉक स्थित मकान नंबर 299 में सोमवार को एक ऐसी हृदयविदाकर घटना घटी जिसने सभी को अंदर तक झकझोर कर रख दिया है।
गुरुग्राम, (यशलोक सिंह)। सोहना रोड स्थित उप्पल साउथ एंड सोसायटी के एस. ब्लॉक स्थित मकान नंबर 299 में एक साथ चार मौतों ने शहर के लोगों को अंदर तक झकझोर कर रख दिया है। डॉ. श्रीप्रकाश सिंह ने अपनी पत्नी, बेटी और बेटे की हत्या कर खुद आत्महत्या कर ली। यह बात सोसाइटी में रहने वाले सहज रूप से स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। उनका कहना है कि एक हंसता खेलता परिवार उनके बीच से यूं चला गया, यह बड़ी हैरान कर देने वाली बात है।
लोगों ने कहा- सोचकर ही चकरा रहा दिमाग
परिवार के पड़ोस में रहने वालों का कहना है कि डॉ. श्रीप्रकाश बड़े ही सौम्य स्वभाव के थे। वह ऐसा कुछ कर सकते हैं, यह सोचकर दिमाग चकरा जा रहा है। परिवार को जानने वालों का कहना है कि उन्हें कभी ऐसा महसूस ही नहीं हुआ कि वह लोग किसी बड़ी समस्या में हैं। जब भी इस परिवार का कोई सदस्य किसी से भी मिलता तो वह काफी शांत और खुशहाल दिखता।
माली ने कहा कभी नाराज नहीं होते थे साहब और मैडम
यहां तक कि उनके यहां पहले माली का काम कर चुके सुरेश ने बताया कि साहब, मैडम और उनके बच्चे बड़े ही मिलनसार थे। वह कभी किसी से भी नाराज नहीं होते थे। ऐसे में इस प्रकार की घटना सभी को चौंका दिया है। इसी सोसायटी के रहने वाले विजय का कहना है कि इस घटना से सभी व्यथित हैं।
लोगों को अब तक नहीं हो रहा विश्वास
घटना की जानकारी के बाद जब पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां काफी लोग जमा हो गए। लोग पुलिस से यह जानने का प्रयास कर रहे थे कि इस वारदात को डॉ. श्रीप्रकाश ने अंजाम दिया है या इसमें किसी बाहरी शख्स का हाथ है। इस घटना के हर पक्ष को लेकर लोग बातें करते दिखे। लोगों का कहना था कि डॉ. श्रीप्रकाश की पत्नी सोनू सिंह बड़े ही अच्छे स्वभाव की थीं।
सामाजिक कार्य में लेती थीं हिस्सा
सामाजिक कार्यों में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेती थीं। उनके और उनके परिवार के साथ ऐसा कुछ हो जाएगा यह बेहद परेशान, हैरान व व्यथित करने वाली घटना है।
बेटी भी देती थी मां के काम में सहयोग
डॉ. श्रीप्रकाश सिंह व सोनू सिंह की बेटी अदिति जामिया हमदर्द विश्वविद्यालय से फार्मेसी में स्नातक की डिग्री हासिल कर चुकी थी। उसने हाल ही में अपना कारोबार शुरू किया था। अपनी फर्म को सोप डायनमिक का नाम दिया था। वह ऑनलाइन साबुन बेचने का काम करती थी। हस्तनिर्मित इस साबुन के साथ ही बिक्री किए जाने वाले उत्पादों में लिप बाम, लिपस्टिक, मसाज एवं बाथ आयल, नीम की दातुन, कपड़े के बैग आदि भी शामिल थे।
बेटी बना रही महिलाओं को सशक्त बनाने की योजना
हस्तनिर्मित इन उत्पादों के जरिए अदिति ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को सशक्त करने की योजना बना रही थी। इसके साथ ही वह इन उत्पादों को बढ़ावा देकर पर्यावरण बचाने का भी उद्देश्य लेकर चल रही थी। अदिति ने फेसबुक पर सोप डायनमिक के नाम से अपना पेज भी बनाया हुआ है। केमिस्ट्री में डॉक्टरेट थे डॉ.श्रीप्रकाश एक फार्मा कंपनी में उच्च पद पर रहे डॉ. श्रीप्रकाश सिंह मूल रूप से वाराणसी के रघुनाथपुर के रहने वाले थे। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) से केमिस्ट्री में डॉक्टरेट करने के बाद वह करीब 12 साल पहले गुरुग्राम आ गए थे। उनकी पत्नी ने भी बीएचयू से पढ़ाई की थी। श्रीप्रकाश करीब दो माह से नौकरी पर नहीं जा रहे थे।
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