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गुरुग्राम जमीन घोटालाः शिकायतकर्ता से आज होगी पूछताछ, भेजा गया है समन

जमीन घोटाला मामले में एक बार फिर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा एवं सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की मुश्किलें बढ़ गई हैं।

By JP YadavEdited By: Published: Tue, 04 Sep 2018 09:26 AM (IST)Updated: Tue, 04 Sep 2018 09:26 AM (IST)
गुरुग्राम जमीन घोटालाः शिकायतकर्ता से आज होगी पूछताछ, भेजा गया है समन
गुरुग्राम जमीन घोटालाः शिकायतकर्ता से आज होगी पूछताछ, भेजा गया है समन

गुरुग्राम (जेेएनएन)। गुरुग्राम (शिकोहपुर) जमीन घोटाले में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद और उद्योगपति रॉबर्ट वाड्रा और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने वाले सुरेंद्र शर्मा से गुरुग्राम पुलिस मंगवार को पूछताछ करेगी। जानकारी के मुताबिक, शिकायतकर्ता सुरेंद्र शर्मा को मंगलवार सुबह गुरुग्राम एसएसपी के सामने पेश होना है। बता दें कि मानेसर के एसीपी इस पूरे मामले की जांच कर रहे हैं और इस मामले में FIR दर्ज करवाने वाले सुरेंद्र शर्मा ने घोटाले से जुड़ी एक पूरी फाइल भी पुलिस को दी है। इस फाइल में कागजात के अलावा कई बैंकों के चेक भी हैं। 

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यहां पर बता दें कि जमीन घोटाला मामले में एक बार फिर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा एवं सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। दोनों के खिलाफ खेड़की दौला थाने में मामला दर्ज किया गया है। खेड़की दौला में दर्ज की गई नई एफआइआर में डीएलएफ कंपनी गुरुग्राम और ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज का नाम भी शामिल है। एफआइआर में आरोप लगाया गया है कि रॉबर्ट वाड्रा ने अपने राजनीतिक रसूख और भूपेंद्र सिंह हुड्डा से मिलीभगत करके धोखाधड़ी को अंजाम दिया।

हुड्डा पर वाड्रा का निजी प्रभाव था

रॉबर्ट वाड्रा और अन्य पर यह एफआइआर भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 120B, 467, 468 और 471 के तहत दर्ज की गई है। एफआइआर सुरेंद्र शर्मा नाम के शख्स ने दर्ज करवाई है। इस एफआइआर में शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि कुछ अफसरों द्वारा बड़े नेताओं और कुछ खास लोगों को फायदा पहुंचाने की कोशिश की गई थी। साथ ही शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में कहा है कि रॉबर्ट वाड्रा सोनिया गांधी के दामाद हैं और जिस वक्त यह घोटाला हुआ उस वक्त भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार थी और हुड्डा पर वाड्रा का निजी प्रभाव था।

पाई गई अनियमितता

एफआइआर में कहा गया है कि इस जमीन से दोनों कंपनियों को करीब पांच हजार करोड़ रुपये का फायदा पहुंचाया गया। इसके अलावा ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज के भी मामले में शामिल होने के आरोप हैं। इसके अलावा इन कंपनियों के जो लाइसेंस दिखाए गए, उनमें भी अनियमितता पाई गई है। इससे पहले रॉबर्ट वाड्रा पर इनकम टैक्स विभाग ने 42 करोड़ रुपये के अज्ञात आय के मामले में नोटिस दिया था। यह मामला स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी से जुड़ा हुआ था. इसमें वाड्रा के पास 99 फीसदी का मालिकाना हक है।


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