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सुनंदा पुष्कर केस: एक सितंबर को होटल के कमरे से सबूत जुटाएगी CFSL टीम

पुलिस द्वारा कोर्ट में बताया गया कि सीएफएसएल एक्सपर्ट्स की टीम पुष्कर की मौत से जुड़े सबूतों को इकट्ठा करने के लिए होटल जाएगी।

By Amit MishraEdited By: Published: Sat, 19 Aug 2017 05:14 PM (IST)Updated: Sat, 19 Aug 2017 05:14 PM (IST)
सुनंदा पुष्कर केस: एक सितंबर को होटल के कमरे से सबूत जुटाएगी CFSL टीम
सुनंदा पुष्कर केस: एक सितंबर को होटल के कमरे से सबूत जुटाएगी CFSL टीम

नई दिल्ली [जेएनएन]। सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले में सीएफएसएल (सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) एक्सपर्ट्स की टीम 1 सिंतबर को होटल का दौरा करेगी। यह जानकारी पुलिस ने दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में दी।

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पुलिस द्वारा कोर्ट में दिए गए नोटिस में बताया गया कि सीएफएसएल एक्सपर्ट्स की टीम पुष्कर की मौत से जुड़े सबूतों को इकट्ठा करने के लिए होटल जाएगी। इस दौरान पटियाला हाउस कोर्ट ने इस मामले की जांच में हो रही देरी को लेकर पुलिस की खिंचाई भी की।

बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की होटल के कमरे में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। इस मामले में होटल के वकील ने बताया कि होटेल का वह कमरा 2015 से सील है। पुलिस ने अब तक इस मामले में सबूत इकट्ठे नहीं किए हैं। कोर्ट ने 4 सिंतबर तक मामले की और जानकारी मांगी है।

बता दें कि सुनंदा पुष्कर की मौत के केस की जांच कर रही दिल्ली पुलिस के हाथ आज भी खाली हैं। 24 जुलाई को दिल्ली हाई कोर्ट में दी गई स्टेटस रिपोर्ट में दिल्ली पुलिस ने स्वीकार किया है कि जांच के दौरान जब्त किए मोबाइल फोन्स से डिलीट हुए डेटा को रिकवर कर पाने में वह नाकाम रही है। साथ ही सुनंदा की मौत की वजह को लेकर विभिन्न मेडिकल बोर्डस की अलग-अलग राय के चलते भी उसे इस केस को सुलझाने में परेशानी हो रही है।

24 जुलाई को पहली बार दिल्ली पुलिस ने इस केस से संबंधित इन पहलुओं से कोर्ट को वाकिफ कराया था। अदालत में दी गई रिपोर्ट से यह साफ हो गया है कि अभी तक दिल्ली पुलिस सिर्फ अंधेरे में तीर चला रही थी।

रिपोर्ट में कहा गया, 'चूंकि जब्त किए गए मोबाइल फोन्स का डेटा डिलीट हुआ पाया गया और फरेंसिक लैब्स ने इस डेटा को रिकवर करने में असमर्थता जाहिर की है, इसलिए इन मोबाइल फोन्स को उनकी निर्माता कंपनियों के पास विदेश भेजने की इजाजत भारत सरकार से मांगी गई है ताकि चिप के जरिए डेटा को रिकवर किया जा सके।'  

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