देश की अनमोल धरोहरें भी हो रहीं चोरी, छह साल बाद भी नहीं मिला बहादुर शाह जफर का खंजर
2001 में तांबे के 5 मेडल चोरी हुए थे। यह नहीं पता चल पाया है कि यह मेडल किस व्यक्ति से संबंधित थे।
नई दिल्ली (वीके शुक्ला)। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) जिस धरोहर को सहेज कर बड़े जतन से रखती है, यह धरोहर उसके घर से ही चोरी हो रही है। देश दुनिया में मशहूर दिल्ली के लालकिला में रखी गई बहादुर शाह जफर के खंजर सहित देश भर में 20 वर्षों के दौरान पांच बार धरोहर चोरी हो चुकी है।
हैरानी की बात तो यह है कि इन चोरी के बारे में विभागीय स्तर पर न ही कुछ पता किया जा सका है और न ही पुलिस किसी भी मामले का खुलासा करने में कामयाब हो सकी है। माना जा रहा है कि इन चोरियों में विभागीय कर्मचारियों का भी हाथ हो सकता है। आशंका इस बात की भी है कि इन चोरी के मामलों में तस्करों का भी हाथ हो सकता है और धरोहर को कहीं विदेश में ले जाकर बेच दिया गया हो।
विभागीय जानकारों की मानें तो संग्रहालयों की हालत खराब है। एएसआइ का ध्यान स्मारकों के संरक्षण पर तो कुछ रहता है, मगर जो धरोहर उनके संग्रहालयों में मौजूद है उस पर नहीं है। यहां तक कि आज भी संग्रहालयों में पर्याप्त कर्मचारी नहीं हैं। कर्मचारियों के आधे पद तो खाली पड़े हैं। आलम यह है कि कर्मचारी सेवानिवृत्त होते जा रहे हैं और नए लोगों की भर्ती नहीं हो रही है।
कब कब चोरी हुई धरोहर
स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय लालकिला (दिल्ली): नौबतखाना के ऊपर स्थित इस संग्रहालय से 2012 में आइवरी हैंडल के साथ एक खंजर चोरी हुआ था। उसी समय इसकी शिकायत पुलिस को दी गई थी। दिल्ली पुलिस मामले की अभी तक जांच कर रही है। यह खंजर किसकी थी। इस खंजर के बारे में एएसआइ आधिकारिक से कोई बात नहीं कर रहा है। मगर बताया जा रहा है यह अंतिम मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर की थी।
फोर्ट सेंट जार्ज संग्रहालय चेन्नई (तमिलनाडु): 2001 में तांबे के 5 मेडल चोरी हुए थे। यह नहीं पता चल पाया है कि यह मेडल किस व्यक्ति से संबंधित थे। विभाग का कहना है कि इसके बारे में तुरंत सभी विभागों तथा पुलिस में शिकायत दी गई। जांच पड़ताल जारी है। अभी तक मेडल नहीं मिले हैं।
पुरातत्व स्थल संग्रहालय कालीबंगन (राजस्थान): 2006 में इस संग्रहालय से एक टेराकोटा की दो पहियों वाली खिलौना गाड़ी चोरी हो गई। पुलिस में उसी समय एफआइआर दर्ज कराई गई। इसकी खोज अभी जारी है।
रेजीडेेंसी संग्रहालय लखनऊ (उत्तर प्रदेश): इस संग्रहालय से 30 जनवरी 2010 को टेराकोटा का एक सील चोरी हुई। जिसके बारे में आज तक पता नहीं चल पाया है। एएसआइ का कहना है कि पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। जांच पड़ताल के बाद न्यायालय (एसीजेएम सीबीआइ) द्वारा बताया गया कि बरामदगी नहीं हो पाई है।
हजारद्वारी पैलेस संग्रहालय मुरशीदाबाद (पश्चिम बंगला): इस संग्रहालय से 2010 में तीन आलम पंजास चोरी हो गए। पश्चिम बंगाल की सीआइडी से इसकी जांच की। मगर इनकी बदामगदी नहीं हो सकी है।