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खेल विश्वविद्यालय को मंजूरी देकर सो गई आम आदमी पार्टी सरकार

दिल्ली में सरकार बनने के बाद आम आदमी पार्टी ने इस खेल विद्यालय के बदले विश्वविद्यालय बनाने का वादा किया, लेकिन यह भी अब तक महज दिखावा ही साबित हो रहा है।

By Edited By: Published: Mon, 27 Aug 2018 07:18 PM (IST)Updated: Tue, 28 Aug 2018 03:23 PM (IST)
खेल विश्वविद्यालय को मंजूरी देकर सो गई आम आदमी पार्टी सरकार

नई दिल्ली (नवीन गौतम)। मुंडका के नजदीक खेल विश्वविद्यालय के निर्माण को दिल्ली सरकार के मंत्रिमंडल ने करीब डेढ़ साल पहले मंजूरी तो दे दी, लेकिन उसे अमलीजामा नहीं पहनाया गया। विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए कंसल्टेंट तक नियुक्त कर दिया गया है, लेकिन बजट का प्रावधान नहीं किया गया। दरअसल, करीब 20 साल पहले साहिब सिंह वर्मा ने मुख्यमंत्री रहते हुए दिल्ली देहात में खेल विद्यालय खोलने की योजना बनाई थी। इसके लिए किसानों ने करीब 104 एकड़ जमीन भी दे दी और घेवरा, टीकरीकलां व हिरणकूदना में जमीन का अधिग्रहण भी हो गया। लेकिन, साहिब सिंह वर्मा के निधन के बाद यह योजना अधर में लटक गई।

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दिल्ली में सरकार बनने के बाद आम आदमी पार्टी ने इस खेल विद्यालय के बदले विश्वविद्यालय बनाने का वादा किया, लेकिन यह भी अब तक महज दिखावा ही साबित हो रहा है।

दिल्ली देहात ने खेल में दिलाई अलग पहचान
दिल्ली देहात में खेल के प्रति युवाओं में अच्छा रुझान रहा है। क्रिकेट में वीरेन्द्र सहवाग ने एक अलग ही पहचान कायम की। निजामपुर गांव के युवाओं ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कबड्डी में दुनियाभर में गांव का नाम रोशन किया। खुद साहिब सिंह वर्मा की भी दिलचस्पी खेलों में थी। इसलिए उन्होंने सोनीपत के राई की तर्ज पर घेवरा इलाके में खेल विद्यालय बनाने की योजना बनाई थी। जिस रोहतक रोड पर जमीन पांच से 10 करोड़ रुपये प्रति एकड़ से कम में नहीं मिलती, वहां तीन गांवों के किसानों ने खेल सुविधाओं के लिए महज 15 लाख रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से अपनी जमीन दे दी थी। इसके बावजूद योजना का परवान नहीं चढ़ना उन्हें दर्द देता है।

ग्रामीण क्षेत्रों से पक्षपात कर रही केजरीवाल सरकार
लाकड़ा प्रदेश युवा संघर्ष समिति के अध्यक्ष रोशनलाल लाकड़ा का कहना है कि केजरीवाल सरकार का रवैया गांवों के प्रति भेदभावपूर्ण रहा है। यही वजह है कि आज तक देहात को खेल विश्वविद्यालय नहीं मिला। वहीं, गांव घेवरा के भुल्ले राम का कहना कि साहिब सिंह का निधन देहात के लोगों के लिए बहुत बड़ा झटका था। उनके निधन के बाद किसी ने भी इस योजना को अमलीजामा पहनाने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। अगर यहां खेल विद्यालय या विश्वविद्यालय बन जाए तो देहात के युवाओं को अपनी खेल प्रतिभा निखारने का बेहतर मौका मिल जाएगा।

सुखबीर दलाल (विधायक, मुंडका विधानसभा क्षेत्र) का कहना है कि मैं यहां खेल विश्वविद्यालय बनवाने के लिए प्रयासरत हूं। इसके लिए मंत्रिमंडल ने अपनी स्वीकृति दे दी है। खुद मुख्यमंत्री अर¨वद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया दिलचस्पी ले रहे हैं। उम्मीद है कि जल्द ही दिल्ली देहात को यह विश्वविद्यालय मिल जाएगा।  


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