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Delhi Terrorism: MP के हथियार तस्करों पर नकेल कसने में जुटी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, आतंकियों से था कनेक्शन

जहांगीरपुरी से गिरफ्तार किए गए आतंकियों के लिए काम करने वाले गैंगस्टर आतंकी गठजोड़ के सदस्य आतंकी नौशाद अली व जगजीत सिंह उर्फ जग्गा से पूछताछ में केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को चौकाने वाली जानकारी मिली है।

By Rakesh Kumar SinghEdited By: Abhi MalviyaPublished: Sat, 04 Feb 2023 04:18 PM (IST)Updated: Sat, 04 Feb 2023 04:18 PM (IST)
हथियारों को अपने रडार पर ले लिया है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। पिछले माह जहांगीरपुरी से गिरफ्तार किए गए लश्कर ए तैयबा, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ व खालिस्तान समर्थक आतंकियों के लिए काम करने वाले गैंगस्टर आतंकी गठजोड़ के सदस्य आतंकी नौशाद अली व जगजीत सिंह उर्फ जग्गा से पूछताछ में केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को चौकाने वाली जानकारी मिली है।

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खालिस्तान समर्थक करते है ब्रेन वॉश

संयुक्त अरब अमीरात, कनाडा, सउदी अरब, दुबई व अमेरिका आदि देशों में छिपे खालिस्तान समर्थक पिछले एक साल से धड़ल्ले से मध्य प्रदेश से पंजाब में अवैध हथियारों व कारतूसों की आपूर्ति करवा रहे हैं। खालिस्तान समर्थक असामाजिक तत्व पंजाब में रहने वाले युवाओं का ब्रेनवाश कर उन्हें जेहादी बना रहे हैं और उन्हें देश विरोधी काम करने के लिए उकसा रहे हैं।

गत दिनों दिल्ली में केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ विभिन्न राज्यों के पुलिस की इंटेलीजेंस की बैठक में भी पंजाब पुलिस की ओर से सूचना साझा की गई कि वारिस पंजाब दे संगठन के नेता ने पंजाब के लोगों से अपील की है कि वहां हर घर में एक-एक अवैध हथियार होना चाहिए। उक्त अपील के बाद मध्य प्रदेश के अवैध हथियार निर्माताओं व तस्करों ने पंजाब में हथियार व कारतूस आपूर्ति करने में जुटे हुए हैं।

स्पेशल सेल बीते कई सालों से हथियार तस्करों के खिलाफ व्यापक रूप से अभियान चला रही है। सेल की गहरी पैठ होने के कारण पंजाब पुलिस ने इनपुट साझा कर मध्य प्रदेश के हथियार निर्माताओं व तस्करों पर लगातार कार्रवाई कर उनकी कमर तोड़ने की अपील की है।

मामले को लेकर दिल्ली पुलिस ने क्या कहा?

दिल्ली पुलिस का कहना है कि वारिस पंजाब दे संगठन का गठन लाल किला हिंसा में आरोपित रहे पंजाबी फिल्म अभिनेता दीप सिद्धू ने किया था। 2021 में सिद्धू की सड़क हादसे में मौत हो जाने के बाद संगठन के जत्थेदार यानि प्रमुख का पद खाली था। जिसके बाद अमृत पाल सिंह को ''वारिस पंजाब दे'' का प्रमुख बनाया गया। अमृत पाल सिंह और उसकी गतिविधियों को लेकर केंद्रीय खुफिया एजेंसियां भी सतर्क है।

स्पेशल सेल के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि पंजाब में एक साल पहले तक मध्य प्रदेश, बिहार व पश्चिमी उत्तर प्रदेश आदि राज्यों से अवैध हथियारों की आपूर्ति ज्यादा नहीं होती थी लेकिन अब हालात बिगड़ते जा रहा है। गैंगस्टर से आतंकी बने कनाडा में छिपे अर्शदीप डल्ला व यादविंदर सिंह व यूएइ में छिपे हनी आदि कई असामाजिक तत्व पिछले काफी समय से पंजाब में खालिस्तान समर्थकों को मध्य प्रदेश से अवैध हथियार व कारतूस मुहैया कराने में ही जुटे हुए हैं।

विदेश से भी जुड़े है तार 

विदेश से ही विभिन्न इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्मों के जरिए हथियार निर्माताओं व तस्करों से हथियारों व कारतूसों की डील कर वे वहीं से उनके बैंक खातों में पैसा भेज देते हैं और अपने गुर्गों को संदेश भेज मध्य प्रदेश के खरगोन, धार, भिंड,बुरहानपुर, जबलपुर, इंदौर के सिकलीगर, मुरैना, बिदिशा आदि क्षेत्रों में भेजकर हथियार व कारतूस ले आने के निर्देश देते हैं। पंजाब में हथियार ले आने के बाद फिर विदेश में बैठे आका उन्हें दूसरे शख्स का नाम बता उन्हें सौंप देने का निर्देश देते हैं। तीसरे को चौथे शख्स को दे देने के निर्देश देते हैं। ये जानबूझ कर इतने चेन बना देते हैं ताकि पुलिस के पकड़ने पर वे उस शख्स तक न पहुंच पाए जिसके पास हथियार होता है।

स्पेशल से ने क्या कहा?

सेल का कहना है कि पिछले माह गिरफ्तार किए गए नौशाद व जगजीत के पास से जो दो हैंडग्रेनेड, तीन पिस्टल व 22 कारतूस मिले थे उसमें भी हनी का नाम आया था। तीन दिन पहले गिरफ्तार किए गए पंजाब के कुख्यात गैंगस्टर दविंदर सिंह बंबिहा गिरोह दो सदस्य गगनदीप सिंह और बलजीत सिंह के निर्देश पर एमपी से चार पिस्टल प्राप्त की थी। दो मामले से मिली जानकारी के बाद पंजाब पुलिस व स्पेशल सेल ने गोपनीय रणनीति तय की है। दोनों राज्यों की पुलिस ने एमपी के हथियारों को अपने रडार पर ले लिया है।


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