ग्रामीणों नेे शव को तिरंगे में लपेट रवि को दिया शहीद का दर्जा, प्रशासन मौन
24 घंटेे से अधिक वक्त से रवि के शव को तिरंगे में लपेट ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े हैं। ग्रामीणों ने उसे शहीद का दर्जा दिया है। हालांकि, प्रशासन सब कुछ जानते हुए मौन है।
नोएडा [ जेएनएन ] । दादरी के बिसाहड़ा गांव के इकलाख की हत्या के आरोप में लुक्सर जेल में बंद आरोपी रवि के शव को ग्रामीणों ने तिरंगा में लपेट कर रखा है। ग्रामीणों का मानना है कि रवि शहीद की श्रेणी में आता है। उसने हिंदुओं के मूल्यों की रक्षा करते हुए अपने प्राण दिए हैं। ग्रामीणों का यह तर्क भले ही प्रशासन के गले न उतरे लेकिन ग्रामीणों ने उसे शहीद का दर्जा दे दिया है। यही कारण है कि उसके शव को तिरंगे में लपेट कर वह अपनी मांग पर अड़े हैं। उसके शव को तिरंगे में देखकर गांव में तैनात पुलिसकर्मी भी चकित में हैं। हालांकि अभी प्रशासन ने इस पर कोई ऐतराज नहीं जताया है।
सीबीआइ जांच को राजी उत्तर प्रदेश सरकार
बिसाहड़ा कांड के आरोपी युवक रविन की न्यायिक हिरासत में हुई मौत के मामले में उत्तर प्रदेश सरकार सीबीआई जांच के लिए तैयार है। गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी एनपी सिंह ने बताया कि अगर रविन के परिजन न्यायिक जांच से सन्तुष्ट नहीं हैं तो सीबीआई जांच करवाई जा सकती है।
डीएम ने बताया कि न्यायिक जांच शुरू हो गई है। गौतम बुद्ध नगर के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट जांच कर रहे हैं। इसके बावजूद अगर उन्हें भरोसा नहीं है तो सीबीआई जांच के लिए सरकार सिफारिश कर देगी। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविन की पत्नी पूजा को 10 लाख रूपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा कर दी है।
बैकफुट पर सपा सरकार, जेलर का तबादला
दादरी के बिसाहड़ा गांव के इकलाख की हत्या के आरोप में लुक्सर जेल में बंद आरोपी रवि की संदिग्ध परिस्थतियों में मौत के दो दिन बाद शासन बैकफुट पर आ गया। ग्रामीणों में भारी आक्रोश को देखते हुए आनन-फानन में शासन ने लुक्सर जेल में तैनात जेलर एसके पांडेय का लखनऊ मुख्यालय तबादला कर दिया।
बता दें कि रवि की मौत को लेकर ग्रामीणों का कहना है कि जेल में निर्मम पिटाई के बाद रवि की मौत हुई है। हालांकि, इस मामलेे में डाक्टरों का कहना है कि उसकी मौत रक्त में शुगर की अनियंत्रित मात्रा और इसके चलते किडनी फेल होने के कारण हुई है। लेकिन ग्रामीण इस तर्क को समझने और मानने को कतई तैयार नहीं हैंं।
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उनका कहना है कि जेेल में हुई पिटाई के बाद रवि का उपचार सही तरीके से नहीं किया गया। इसके चलते उसकी मौत हो गई। ग्रामीण उसकी मौत के लिए जेल प्रशासन को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
उधर, रवि की मौत के बाद बुधवार की रात्रि जिला जेल में बंद कैदियों ने भी प्रदेश सरकार और जेल प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। कैदी अनशन पर बैठ गए और जेल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
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गांव पहुंचा रवि का शव
बता दें कि दादरी के बिसाहड़ा गांव के इकलाख की हत्या के आरोप में लुक्सर जेल में बंद आरोपी रवि का शव दिल्ली में तीन डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम होने के बाद बुधवार देर रात गांव पहुंचा। इसके बाद गांव में माहौल तनावपूर्ण हो गया। आज सुबह भी गांव में तनाव का माहौल है।
गांव वालों ने परिजनों को एक करोड़ रुपये, जान मोहम्मद की गिरफ्तारी और जेलर के खिलाफ मामला दर्ज कराने की मांग की। गांव वालों ने प्रशासन को साफ कर दिया कि जब तक मांगें पूरी नहीं होगी, शव का अंतिम संस्कार नहीं होगा।