सामाजिक कार्यकर्ताओं और राजनेताओं ने की पशु क्रूरता रोकने के लिए कड़े कानून की वकालत
रविवार को लोग अपने पालतू जानवरों के साथ ,NoMore50 कैंपेन के समर्थन में अपनों घरों से निकले। ये कैंपेन भारत सरकार से गुहार लगा रहा है कि वो जानवरों पर क्रूरता के जुर्माने को बढ़ाए ताकि लोग बेज़ुबान जानवरों को तकलीफ़ पहुंचाने से पहले दस बार सोचें।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेेेेेस्क। चेंज डॉट ऑर्ग पेटीशन #NoMore50 के ज़रिए सिविल सोसाइटी ने भारत में पशु क्रूरता रोकने के लिए कड़े कानून की मांग की। सांसद अनुभव मोहंती समेत अन्य प्रमुख शख्सियतें चेंज डॉट आर्ग पर लगभग 8 लाख लोगों द्वारा समर्थित पशु क्रूरता रोकने के अभियान के साथ खड़े हुए। इस मुद्दे पर दिल्ली के ऑरो किचन में चेंज डॉट ऑर्ग इंडिया द्वारा आयोजित कार्यकम, जिसमें कि ह्यूमेन सोसाइटी इंटरनेशनल/इंडिया और पीपल फॉर एनिमल्स ने भी हिस्सा लिया, इसमें बेज़ुबानों के अधिकार के लिए चर्चा हुई।
रविवार की दोपहर में लोग अपने पालतू जानवरों के साथ #NoMore50 कैंपेन के समर्थन में अपनों घरों से निकले। ये कैंपेन भारत सरकार से गुहार लगा रहा है कि वो जानवरों पर क्रूरता के जुर्माने को बढ़ाए, ताकि लोग बेज़ुबान जानवरों को तकलीफ़ पहुंचाने से पहले दस बार सोचें।
कार्यक्रम में सासंद अनुभव मोहंती, सामाजिक कार्यकर्ता और टीवी की मशहूर शख्सियत तहसीन पूनावाला एवं अन्य लोग शामिल हुए। कार्यक्रम में बडी नाम के कुत्ते को बचाने वाले लोगों ने भी शिरकत की, जिन्होंने कुछ समय पहले बडी को शोषण से बचाया था और #JusticeForBuddy अभियान से पशुओं के प्रति क्रूरता पर एक बहस छेड़ी थी।
कार्यक्रम में सुकृति, जिन्होंने बडी के लिए चेंज डॉट ऑर्ग पर पेटीशन शुरू की थी कहा, “बडी ने हमें सिखाया है कि कैसे हिम्मत नहीं हारनी है और अपने हिस्से की अच्छाई को करते रहना है। बडी जैसे ना जाने कितने बेज़ुबान हैं, जिनके लिए हर किसी को आगे आना होगा, पशु क्रूरता के कानून में बदलाव की मांग करनी होगी। लोग एकजुट होकर बदलाव ला सकते हैं। #JusticeForBuddy और #NoMore50 जैसे अभियान इसका सबसे अच्छा उदाहरण हैं।”
तहसीन और उनकी पत्नी मोनिका वडेरा पूनावाला ने जानवरों के प्रति क्रूरता रोकने के लिए सज़ा के प्रावधानों पर चिंता ज़ाहिर की और सरकार से कड़े कानून की मांग की, जिसकी शुरुआत पशु-क्रूरता के जुर्माने को बढ़ाकर होनी चाहिए।
बीजेडी के सांसद अनुभव मोहंती ने भी जानवरों के खिलाफ क्रूरता को रोकने के लिए कड़े कानून की वकालत की ताकि समाज में किसी बेज़ुबान के साथ हिंसा ना हो। “लोगों को जानवरों के साथ प्यार और दया के साथ पेश आना चाहिए और उन्हें नुकसान नहीं पहुँचाना चाहिए। समय की आवश्यकता है कि कड़े कानून लाए जाएं ताकि किसी जानवर को बुरे अनुभवों से ना गुजडरना पड़े।”
कार्यक्रम में उपस्थित अन्य लोगों ने एक कानून की मांग की जिससे जानवरों को पालने वाले, उन्हें सड़कों से बचाकर सुरक्षित ठिकाना देने वालों की भी रक्षा हो सके। हाल के दिनों में पशुओं के प्रति क्रूरता का निवारण अधिनियम, 1960 ( Prevention of Cruelty to Animals Act, 1960 में संशोधन की मांग तेज़ हो गई है। इस कानून में संशोधन के लिए चेंज डॉट ऑर्ग पर चल रहे अभियान #NoMore50 को 8 लाख से ज्यादा लोगों का समर्थन मिल चुका है।
सांसद और जानवरों के अधिकारों के लिए हर समय आगे बढ़कर नेतृत्व करने वाली, मेनका गांधी ने चेंज डॉट ऑर्ग पेटीशन का समर्थन करते हुए कहा, “समय आ गया है जानवरों के प्रति क्रूरता का जुर्माना बढ़ाया जाए ताकि ऐसे अपराधों में कमी आए। मैं हमारी केंद्र सरकार से गुज़ारिश करूँगी कि पशुओं के प्रति क्रूरता का निवारण अधिनियम, 1960 ( Prevention of Cruelty to Animals Act, 1960) में बिना देरी के संशोधन करें ताकि कड़ी सज़ा और जुर्माना लगे जिससे कि जानवरों के खिलाफ़ क्रूरता में कमी आए। मेरा मानना है कि हम सरकार में बैठे लोगों को अपने हिस्से की ज़िम्मेदारी निभानी होगी ताकि भारत में हर जानवर सुरक्षित हो।”
इस चेंज डॉट ऑर्ग पेटीशन को सोशल मीडिया पर कई हस्तियों का साथ और हस्ताक्षर मिले हैं जैसे कि सासंद अनुभव मोहंती, तेजिंदर पाल सिंह बग्गा, अभिषेक दत्त, विद्या चौहान, टाइगर श्रॉफ, दिशा पटानी, मनोज बाजपेयी, मौहित चौहान, इत्यादि।
चेंज डॉट ऑर्ग इंडिया की कंट्री डायरेक्टर निदा हसन ने कहा कि “आए दिन सोशल मीडिया पर जानवरों के ऊपर क्रूरता वाले भयावह वीडियो सामने आते हैं। जब भी ऐसे वीडियो वायरल होते हैं तो लोग सोशल मीडिया में उसपर अपना गुस्सा और दुख ज़ाहिर करते हैं। इससे साफ़ होता है कि आम नागरिक किसी एक जानवर--एक कुत्ते, एक हाथी, इत्यादि के लिए नहीं बोल रहे, बल्कि वो हर बेज़ुबान जानवर के लिए बोल रहे हैं। 7.5 लाख से ज़्यादा लोग इस मांग का समर्थन कर रहे हैं कि जानवरों के खिलाफ क्रूरता के अपराध का जुर्माना बढ़ाया जाए, मैं आशा करती हूँ कि सरकार इन लाखों लोगों की आवाज़ को ज़रूर सुनेगी। ये आयोजन एक प्रयास है साधारण नागरिकों, सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर्स और जनता द्वारा चुने हुए प्रतिनिधियों को एक मंच पर लाने का ताकि बेज़ुबान जानवरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके,”
कई लोगों का मानना है कि कड़े कानून तो पहला कदम है, जानवरों के प्रति क्रूरता को रोकने के लिए लोगों को जागरूक करना होगा, साथ ही कानूनी एजेंसियां जैसे कि एनिमल वेलफेयर बोर्ड को मजबूत करना होगा।
कार्यक्रम स्थल ऑरो की टीम के अनुसार, ““टीम ऑरो का जानवरों के साथ खासा लगाव रहा है, चाहे वो बिल्लियां हो या कुत्ते वो हमारे वेन्यू के ब्रांड एंबेसडर बन गए हैं। हम केवल एक रेस्टोरेंट नहीं बल्कि हम एक समुदाय हैं, जो जानवरों से प्यार करते हैं इसलिए ये आयोजन हमारे दिल के करीब है। हम हमारे दोस्त- चेंज डॉट ऑर्ग इंडिया, ह्यूमेन सोसाइटी इंटरनेशनल/इंडिया और पीपल फॉर एनिमल्स की मेजबानी के लिए बहुत खुश हैं।”
Change.org India के बारे में: Change.org दुनिया का सबसे बड़ा टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म है, जो हर जगह लोगों को सशक्त करता है ताकि वो कैंपेन शुरू कर सकें, जनता का समर्थन पा सकें और फैसला लेने वाले डिसीजन मेकर्स के साथ संवाद कर सकें और विभिन्न मुद्दों पर बदलाव ला सकें। भारत में तकरीबन 3.7 करोड़ लोग Change.org का प्रयोग करते हैं।