बहन ने किडनी दान कर दी नई जिंदगी, कहा- भाई से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ भी नहीं
एलाफ नाजियाह मजीद कहती हैं कि उनके लिए भाई से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ भी नहीं है। इसलिए उन्होंने भाई को किडनी देने की पहल की।
फरीदाबाद [जेएनएन]। रक्षाबंधन पर भले ही भाई अपनी बहन से राखी बंधवाकर जीवन भर उसकी रक्षा करने का संकल्प लेता है, लेकिन इस बार एक बहन ने अपने भाई को किडनी देकर नई जिंदगी दी है। तीन भाइयों की इकलौती बहन इराक निवासी 36 वर्षीय एलाफ नाजियाह मजीद ने अपने बड़े भाई मोहम्मद नाजियाह मजीद को अपनी किडनी दान की है।
भाई से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ भी नहीं
किडनी प्रत्यारोपण यहां क्यूआरजी हेल्थ सिटी अस्पताल में रक्षाबंधन से एक दिन पहले शनिवार को किया गया। मोहम्मद नाजियाह मजीद किडनी रोग से पीड़ित थे और पिछले एक साल से डायलिसिस करा रहे थे। मोहम्मद नाजियाह की पत्नी ने अपने पति के जीवन को बचाने के लिए किडनी दान करने की कोशिश की थी, लेकिन ब्लड ग्रुप अलग-अलग होने के कारण प्रत्यारोपण नहीं हो सका। बाद में उनकी बहन एलाफ नाजियाह मजीद आगे आईं। एलाफ नाजियाह मजीद कहती हैं कि उनके लिए भाई से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ भी नहीं है। इसलिए उन्होंने भाई को किडनी देने की पहल की।
महिलाएं आगे आ रही हैं
क्यूआरजी हेल्थ सिटी अस्पताल के गुर्दा प्रत्यारोपण विभाग के निदेशक डॉ. जितेंद्र कुमार और यूरोलॉजी तथा गुर्दा प्रत्यारोपण विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.मनीष कुमार चौधरी के नेतृत्व में डॉक्टरों की एक टीम ने इस प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा किया है। जितेंद्र कुमार ने बताया कि किडनी दान करने को परिवारों से बड़ी संख्या में महिलाएं आगे आ रही हैं।