दिल्ली-हरियाणा वाले वाहन चालकों को 70 दिन बाद बड़ी राहत, सिंघु फ्लाईओवर की खुली तीन लेन
किसानों के दिल्ली कूच के एलान के बाद सिंघु सीमा पर बीते 12 फरवरी से बंद फ्लाईओवर (मेन कैरिज-वे) को 70 दिन बाद शनिवार की देर रात वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया। रविवार देर शाम तक दिल्ली से हरियाणा के लिए दो लेन व हरियाणा से दिल्ली के लिए केवल एक ही लेन ही खोली गई है।
शमसे आलम, बाहरी दिल्ली। किसानों के दिल्ली कूच के एलान के बाद सिंघु सीमा पर बीते 12 फरवरी से बंद फ्लाईओवर (मेन कैरिज-वे) को 70 दिन बाद शनिवार की देर रात वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया। रविवार देर शाम तक दिल्ली से हरियाणा के लिए दो लेन व हरियाणा से दिल्ली के लिए केवल एक ही लेन ही खोली गई है।
दिल्ली से हरियाणा की ओर जाने वाले वाहन आसानी से निकल रहे हैं, जबकि हरियाणा से दिल्ली आने वाले वाहनों की रफ्तार सिंघु सीमा पर थम रही है। यहां से रेंगते हुए वाहन दिल्ली की सीमा में दाखिल हो रहे हैं।
बाकी बंद पड़ी लेन को खोलने का काम जारी
यहां से रोजाना गुजरने वाले लोगों का कहना है कि बाकी की बंद पड़ी लेन भी खुलने से सिंघु सीमा पर यातायात व्यवस्था और सुगम हो जाएगी।
यहां मुख्य मार्ग (फ्लाईओवर) को खोलने का काम बीते बुधवार से शुरू है। लेकिन यहां हाई-वे पर जर्सी बैरियर के बीच कंक्रीट व सीमेंट डालकर, एक मजबूत दीवार बना दी गई गई थी। जिसे तोड़ने में कई मशीनें तक फेल हो गईं।
क्या कह रहे अधिकारी
कई मशीने बदली जा चुकी हैं, यही कारण है कि तीन दिन बाद भी केवल तीन ही लेन खोली जा सकी हैं। बाहरी-उत्तरी जिला के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अभी हम सिंघु स्थित फ्लाईओवर पर केवल दोनों तरफ से दो-दो लेन ही खोल रहे हैं।
एक लेन और जल्दी खुलेगी
रविवार तक तीन लेन खोली जा चुकी है। वहीं, हरियाणा से दिल्ली की ओर आने वाली एक और लेन जल्द ही खुल जाएगी। फ्लाईओवर के ऊपर से काफी हद तक अवरोधक हटा लिए गए हैं। मुख्य मार्ग खुलने से सिंघु सीमा स्थित सर्विस रोड पर लगने वाले जाम से भी राहत मिली है। खासकर दिल्ली से हरियाणा की ओर जाने वाली सर्विस रोड पर।
पेट्रोल पंप मालिकों में भी खुशी की लहर
मुख्य कैरिज वे खुलने से सीमा के दोनों तरफ आधा दर्जन से अधिक पेट्रोल पंप मालिकों समेत दुकानदारों में खुशी का माहौल है। एक पेट्रोल पंप मालिक ने बताया कि 70 दिन बाद इस सीमा से बड़े वाहनों की आवाजाही होने से कारोबार में तेजी की उम्मीद है।
इससे पहले सर्विस रोड खुलने से छोटे वाहन चालक पेट्रोल व डीजल के आने तो लग गए थे, लेकिन अब बड़े मालवाहक वाहनों के आने से कारोबार में तेजी आएगी। वहीं, हाई-वे के साथ दोनों तरफ दुकानदारों में खुशी की लहर है, इनका कहना है कि मुख्य मार्ग खुलने से उनके दुकानों पर अब ग्राहकों की संख्या में तेजी आएगी। होटल व ढाबे वालों ने भी अब अपने यहां कर्मचारी बढ़ाने शुरू कर दिए हैं।
कारोबारियों का संघर्ष लाया रंग
कुंडली इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के सुभाष गुप्ता ने बताया कि फरवरी में किसानों के दिल्ली कूच के एलान के बाद 13 फरवरी को बार्डर बंद किया गया था। आंदोलन स्थगित होने के बाद 29 फरवरी को सर्विस लेन खोली गई थी। सर्विस लेन खोलने के बाद मामूली राहत मिली थी, लेकिन इसका ज्यादा लाभ नहीं मिल पाया। क्योंकि जाम के कारण मुसीबत और बढ़ गई।
हाईवे के मेन कैरिज वे को खोलने के लिए एसोसिएशन की तरफ से दिल्ली पुलिस के अधिकारियों से मुलाकात भी गई थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद गृहमंत्री समेत बड़े अफसरों से भी मांग की थी। साथ ही, आनलाइन पिटिशन बनाकर मुहिम चलाई थी। इस पर दो हजार से ज्यादा उद्यमियों और आम लोगों ने समर्थन में हस्ताक्षर किए। कारोबारियों का संघर्ष रंग लाया और अब वाहन चालकों को जाम से निजात मिल सकेगी।
काम के सिलसिले में रोहिणी से आए दिन सोनीपत जाना होता है। मुख्य मार्ग बंद होने से सीमा से सटी गलियों व सर्विस रोड से जाम में फंसते हुए जाना पड़ता है। अब मुख्य मार्ग खुलने से बड़ी राहत मिली है। -राजपाल बिष्ट
पानीपत से आए दिन काम के सिलसिले में दिल्ली आना पड़ता है। मुख्य मार्ग बंद होने काफी परेशान रहते थे। अब मुख्य मार्ग खुलने से आना-जाना अब आसान होगा। बिना जाम में फंसे यहां से निकल सकेंगे। -कपिल
सिंघु सीमा पर ही बिल्डिंग मटिरियल की दुकान है। यहां से सामान लेकर सीमा के दोनों तरफ आना-जाना लगा रहता था। काफी जाम में फंसना पड़ता था। अब मुख्य मार्ग खुलने से काफी हद तक राहत मिली है। -पप्पू