Sidhu Moosewala: सिद्धू मूसेवाला की हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियारों के बारे में जानकर पुलिस भी रह गई हैरान, पढ़िए पूरी डिटेल
Sidhu Moosewala बदमाशों ने पुलिस को बताया कि इन लोगों ने आस्ट्रिया की ग्लोक पिस्टल जर्मनी की हेकलर एंड कोच पी-30 हैंडगन स्टार पिस्टल और तुर्की की जिगाना सेमी आटोमैटिक पिस्टल का इस्तेमाल किया गया था। इन हथियारों से लैस होकर ये हत्या करने के लिए निकले थे।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। सिद्धू मूसेवाला की हत्या में प्रयोग किए गए हथियारों को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। हत्याकांड में आरोपित पकड़े गए बदमाशों ने पुलिस को जो जानकारी दी है कि उसे सुनकर पुलिस के आला अधिकारी भी हैरान रह गए। इस जानकारी के बाद अब पुलिस ये पता लगाने में जुट गई है कि इन बदमाशों तक इतने हाइटेक और विदेशी हथियार कैसे पहुंच पाए? इसके पीछे कौन सा नेटवर्क काम कर रहा है। वो किस गैंग या कहां के लोग हैं जो विदेशों में इस्तेमाल की जाने वाली पिस्टल और अन्य अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल खुलेआम कर रहे हैं।
दिल्ली पुलिस द्वारा सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में गिरफ्तार किए गए सचिन चौधरी पर जयपुर व हिसार में चार आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। अब भिवानी पुलिस भी उसकी आपराधिक कुंडली खंगाल रही हैं। कुख्यात गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई व गोल्डी बराड़ गैंग के शूटरों ने गोली मारकर सिद्धू मूसेवाला की हत्या कर डाली थी।
इस मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा रविवार को भिवानी जिले के कस्बा बवानीखेड़ा में आने वाले गांव बोहल निवासी सचिन चौधरी व उसके दूसरे साथी सोनीपत जिले के सरसा निवासी अंकित को गिरफ्तार किया हैं। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि ये दोनों ही नामी लारेंस व गोल्डी के संपर्क में थे। इन दोनों के निशाने अचूक थे। दोनों शूटरों ने मिलकर मूसेवाला पर गोलियां चलाईं।
सचिन चौधरी पढ़े लिखे परिवार से हैं। उसके पिता ने हाल ही में उसे दस लाख रुपये कीमत की नई करेटा गाड़ी खरीद कर दी थी। वह गाड़ी लेकर घर से गायब हो गया था। दो माह से उसका परिवार से संपर्क टूटा हुआ था। चौंकाने वाली बात यह है कि वह करीब पांच साल से अपराध की दुनिया में था। हरियाणा, दिल्ली, पंजाब व राजस्थान में वारदातों को अंजाम दे रहा था, लेकिन परिवार को भनक तक नहीं थी।
एयर फोर्स भर्ती की तैयारी कर रहा था सचिन
गिरफ्तार किए गए बदमाश सचिन चौधरी के दादा कुलदीप ने बताया कि सचिन का पूरा परिवार पढ़ा लिखा है। उसके पिता अध्यापक है। चाचा व ताऊ सब बिजनेस करते हैं। सचिन अपने पिता का इकलौता बेटा है। उससे बड़ी केवल एक बहन है, जो एमए में पढ़ती है। सचिन भी एयर फोर्स की तैयारी कर रहा था।
एयर फोर्स भर्ती के लिए उसने दो बार परीक्षा दी, लेकिन महज एक या दो अंक से पीछे रह गया। इसके बाद वह ना जाने कब इन अपराधियों के संपर्क में आया। उन्होंने कहा कि अगर उसने कोई अपराध किया है तो पूरा परिवार शर्मिंदा है। यहां तक की उसके पिता सुरेंद्र ने तो उसे मरा तक समझ लिया है।