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Exclusive Interview: एलजी से टकराव पर शीला बोली- केजरीवाल ने संविधान तो पढ़ा ही होगा

केजरीवाल के आरोपी पर शीला दीक्षित ने कहा कि हम भी तो काम करते थे, उपराज्यपाल कहां मना करते थे।

By JP YadavEdited By: Published: Mon, 19 Feb 2018 09:56 AM (IST)Updated: Mon, 19 Feb 2018 03:20 PM (IST)
Exclusive Interview: एलजी से टकराव पर शीला बोली- केजरीवाल ने संविधान तो पढ़ा ही होगा

नई दिल्ली (जेएनएन)। राजधानी दिल्ली में पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन की जोड़ी से मजबूत हुई कांग्रेस ने अपनी खोई जमीन हासिल करने के लिए कमर कस ली है। लेकिन, पिछले चुनावों में कांग्रेस की जो स्थिति रही, उसे देखते हुए यह किसी चुनौती से कम नहीं है। मौजूदा समय में दिल्ली के हालात, प्रदेश कांग्रेस की स्थिति, संभावित उपचुनाव की तैयारी सहित कई मुद्दों पर पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से दैनिक जागरण के वरिष्ठ संवाददाता अभिनव उपाध्याय ने बातचीत की। प्रस्तुत हैं बातचीत के प्रमुख अंश: 

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1. अजय माकन के साथ केवल हाथ ही मिला है या दिल भी मिले हैं।

- देखिए हम एक राजनीतिक दल के सदस्य हैं। उनकी भी कोई हैसियत है और थोड़ी बहुत मेरी भी कोई हैसियत है। अगर हम साथ चलते हैं तो संदेश नीचे तक जाता है। लोगों में मतभेद होते हैं, उस मतभेद को सुलझाया जा सकता है और सुलझाने की तरफ जाना चाहिए।

2. आप 15 साल तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं। मौजूदा सरकार के कामकाज को कैसे देखती हैं?

- दिल्ली में जो काम मैंने किया था, उसे आगे बढ़ाना चाहिए था। यहां चुनाव के कारण निर्माणाधीन फ्लाईओवर, पुल, सड़कें समेत कई काम अधूरे छूट गए थे, लेकिन अब उनपर काम नहीं हो रहा है। जो मेंटेनेंस होना चाहिए, वह नहीं हो रहा है। सड़कें टूटी हैं। आज दिल्ली का विकास थम गया है। ऐसे साल दो साल चलता रहा तो दिल्ली काफी पीछे हो जाएगी। दिल्ली के पास पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं है, यह केंद्र शासित राज्य है। दिल्ली के पास न तो पुलिस है और न ही भूमि है। हर मामले में उपराज्यपाल के माध्यम से काम होता है और उनसे तालमेल बनाकर और संविधान के अनुसार काम करना होता है। मुझे उम्मीद थी कि अरविंद केजरीवाल जब प्रचंड बहुमत से सत्ता में आए थे तो संविधान तो पढ़ा ही होगा, लेकिन रोज उनका किसी न किसी से विवाद चलता है।

3. मुख्यमंत्री का आरोप है कि उपराज्यपाल काम नहीं करने देते हैं?

- हम भी तो काम करते थे, उपराज्यपाल कहां मना करते थे। हम भी तो उनके पास जाते थे। उनके दायरे में जो आता है, उनसे बात करके काम करना पड़ता है और हमने किया। जब हम पहली दफा सरकार में आए थे तो भाजपा के उपराज्यपाल थे। उन्होंने न केवल काम करने दिया, सहयोग किया, बल्कि बेहतरी के लिए रास्ता भी दिखाया। दिल्ली हमारी है और हम दिल्ली के लिए काम करते हैं। हम किसी व्यक्ति विशेष के लिए काम नहीं करते हैं।

4.भ्रष्टाचार के खिलाफ आम आदमी पार्टी सत्ता में आई थी, क्या आप मानती हैं कि वह भ्रष्टाचार से लड़ने में सफल रही?

- भ्रष्टाचार के कई रूप हैं उनको देखना होगा। ऑड-इवन के समय आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पर तख्ती लेकर खड़े थे और उनको तनख्वाह दी जा रही थी। जहां तक हमारी सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की बात है तो केजरीवाल जी का ही एक बयान है कि हमने देखा है कि शीला दीक्षित की सरकार के खिलाफ कोई भ्रष्टाचार का मामला नहीं है।

5. क्या आप सरकार पर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों को कांग्रेस मुद्दा बनाएगी?

- हम मुद्दा नहीं बनाते हैं, क्योंकि यह तो सच है और समझने की बात है कि भ्रष्टाचार नहीं होना चाहिए।

6. दिल्ली में सीलिंग के लिए सीधे तौर पर कौन जिम्मेदार है?

- इसमें केंद्र सरकार और मुख्यमंत्री दोनों दोषी हैं। जब अवैध निर्माण होता है तभी उसे रोकना चाहिए। उसे तत्काल रोकते हैं तो नुकसान नहीं होगा।

7.क्या अब आपकी सक्रियता दिल्ली में कांग्रेस को खोई हुई जमीन वापस दिला पाएगी?

- क्यों नहीं दिला पाएगी? अब तो तीन साल केजरीवाल को भी देख लिया है और एमसीडी में भाजपा को भी देख रहे हैं, क्यों नहीं दिला पाएगी।

8...लेकिन कुछ समय पहले हुए निगम चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा?

- वो चुनाव तो छह महीने पहले हुए हैं, भविष्य की बात कीजिए। कांग्रेस आत्मविश्वास के साथ लोगों के बीच जाएगी। जो हमारा रिकॉर्ड रहा है उसे दिखाते हुए जाएगी। यह रिकॉर्ड भाजपा या आम आदमी पार्टी दिखा दे तो मैं मानूं।

9.क्या कांग्रेस से रूठ कर पार्टी छोड़ चुके और लोग भी वापस आएंगे?

- मैं इस पर कोई विशेष टिप्पणी नहीं करूंगी, लेकिन संभावना तो है। संभावना को नहीं नकारा जा सकता है। एक अच्छा संदेश गया है कि हम सब मिलकर कांग्रेस को मजबूत बनाएंगे।

10.संभावित उपचुनाव को लेकर कांग्रेस की तैयारी क्या है?

- तैयारी को लेकर सोच और चिंतन चल रहा है, लेकिन पहले यह घोषणा तो हो कि चुनाव कब होगा।

11.चुनाव में परिणाम को लेकर क्या उम्मीद है?

-मैं इसके बारे में अभी कुछ नहीं कह सकती कि सभी सीट जीत लेंगे या एक भी सीट नहीं जीतेंगे।

12. पार्टी में आपकी भूमिका आगे क्या होगी?

- मैं कांग्रेस में हूं और हमेशा रहूंगी। कोई मुङो कांग्रेस से अलग नहीं कर सकता। मुझसे जितना काम कहा जाएगा, मैं उतना काम करूंगी।


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