kanhaiya Lal Murder पर जारी सियासत के बीच दिल्ली की जामा मस्जिद ने जारी किया बयान, कहा- कृत्य इस्लाम के खिलाफ
Udaipur kanhaiya Lal Murder Case देश की राजधानी दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम अहमद बुखारी की ओर से जारी बयान में राजस्थान के उदयपुर में पेश से दर्जी कन्हैया लाल की हत्या की निंदा की गई है।
नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। Udaipur kanhaiya Lal Murder Case : भाजपा से निलंबित नेता नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के बाद उदयपुर के कन्हैया लाल की हत्या ने राजनीतिक माहौल गरमा दिया है। राजनेता से लेकर धर्म गुरु तक इस कृत्य की निंदा कर रहे हैं।
इस बीच दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी की ओर से बयान जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि इस हत्या की निंदा करते हैं। इसके साथ यह कृत्य न केवल कायरता का कार्य है, बल्कि इस्लाम के खिलाफ भी है।
गौरतलब है कि नुपुर शर्मा को लेकर पैदा हुआ विवाद के बाद दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम अहमद बुखारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से हाल ही में देश में हुईं सांप्रदायिक घटनाओं पर लगाम लगाने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि देश को सांप्रदायिक नफरत की आग में जलने के लिए नहीं छोड़ सकते हैं। हिंदू-मुस्लिम दोनों समाज के लोग नहीं चाहते हिंसा हो।
वहीं, दिल्ली के धर्म गुरुओं के अलावा, बख्त अहमद ने कहा कि कुछ लोग इस प्रकार के दंड पर कानून की दोहाई देंगे। मगर, देश को बचाना है और यहां शांति के माहौल में रहना है तो आवश्यक है कि कुछ उदाहरण पेश किए जाए। अन्यथा भारत में कुछ लोग ऐसे हैं जो तालीबानी, आइएसआइएस और अफगानी मानसिकता वाले हैं। जिनके कारण भारत में इस प्रकार की घटनाएं हो रही हैं।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के दिल्ली प्रदेश संयोजक हाफिज सबरीन ने कहा कि यह घटना न तो मानवीय रूप से ठीक है और न ही धार्मिक रूप। पूरी तरह से इस घटना की हम निंदा करते हैं। आरोपितों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। मुझे तो समझ नहीं आता है कि यह कौन सा इस्लाम है।
इस्लाम में कही पर भी इस तरह की घटनाओं का जिक्र नहीं है। मेरी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मांग है कि देवी देवताओं का अपमान करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए एक सख्त कानून भी बनाए।
इंडियन मुस्लिम फार प्रोग्रेसिव एंड रिफार्म के राष्ट्रीय अध्यक्ष एमजे खान ने कहा कि इस तरह की घटना को अंजाम देने वाले लोग भारत में रहने लायक नहीं है।यह लोग इस्लाम के नाम पर इस्लाम को बदनाम कर रहे हैं। जिन पैंगबर के नाम पर यह लोग ऐसी निंदनीय घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं उन्होंने कुछ उनके जीवन से सीखा ही नहीं है। पैंगबर तो हर समय माफी की वकालत करते थे।