शाहीन बाग में चला ड्रामा, प्रदर्शनकारियों के एक गुट ने खोला रास्ता तो दूसरे ने किया बंद, देखें वीडियो
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के विरोध में पिछले दो महीने से ज्यादा समय से शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन के कारण बंद सड़क को प्रदर्शनकारियों ने खोल दिया है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के विरोध में पिछले दो महीने से ज्यादा समय से शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन के कारण बंद सड़क को प्रदर्शनकारियों ने खोल दिया है। मिली जानकारी के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने एक तरफ की सड़क को खोल दिया है। इससे दिल्ली से नोएडा आने-जाने वाले लाखों चालकों को काफी राहत मिलेगी। मिली जानकारी के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने जिस रास्ते को खोला है, वह बेहद पतला है। इस कारण इस रास्ते से सिर्फ बाइक और कार ही नोएडा और फरीदाबाद के लिए जा पाएंगे।
#ShaheenBaghProtests #ShaheenBagh pic.twitter.com/Lin8GZNkLh
— Prateek Kumar (@prateekpress) February 22, 2020
दूसरे गुट ने करवाया बंद
इधर, यह भी जानकारी सामने आ रही है कि यह रास्ता कुछ ही देर के लिए खोला गया है। डीसीपी साउथ ईस्ट के मुताबिक महज कुछ मिनट के लिए कालिंदी कुंज से ठोकर नंबर 9 शाहीन बाग प्रदर्शन साइट के पास का रोड शाहीन बाग के ही कुछ प्रदर्शनकारियों ने खुलवाया। हालांकि शाहीन बाग के ही प्रदर्शनकारियों के दूसरे गुट ने इसे बंद करवा दिया। हालांकि कुछ देर बाद इसे खोल दिया गया है।
वार्ताकार ने सुबह रास्ता खुलनवाने पर दिया जोर
ताजा जानकारी के अनुसार अभी सिर्फ जामिया नगर से नोएडा व फरीदाबाद जाने वाला मार्ग खोल गया है। यह वन वे है। उधर से आने वाले चालकों को इस रास्ते से जाने की सुविधा अभी नहीं मिलेगी। एक प्रदर्शनकारी ने वताया की वार्ताकार साधना रामचंद्रन शनिवार सुबह अकेले आयी थीं और उन्होंने इस बात पर फोकस किया था कि रास्ता खोला जाए। हालांकि प्रदर्शनकारी ने यह नहीं बताया कि इसे अभी कब तक खोले रखा जाएगा।
शुक्रवार को भी 40 मिनट के लिए खुला था रास्ता
बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में शाहीन बाग में पिछले दो माह से भी अधिक समय से चल रहे धरने के कारण बंद दिल्ली-नोएडा मार्ग शुक्रवार को सुबह भी कुछ देर के लिए खोला गया था। इससे लोगों को राहत की उम्मीद दिखी, लेकिन 40 मिनट में ही रास्ता फिर से बंद कर दिया गया।
एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए खोला
दरअसल, मार्ग एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए खोला गया था। लेकिन, इसी दौरान एंबुलेंस के पीछे आ रहे वाहनों ने अपनी गाड़ी लगा दी। इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त वार्ताकार साधना रामचंद्रन बेहद नाराज हुईं। उन्होंने कहा कि पुलिस को इस बात का जबाव कोर्ट को देना होगा। उन्होंने कहा कि वह खुद प्रदर्शनकारियों की बात को कोर्ट के समक्ष रखेंगी। उत्तर प्रदेश पुलिस ने कालिंदी कुंज से फरीदाबाद और जैतपुर की तरफ जाने वाले रास्ते को शुक्रवार सुबह कुछ देर के लिए खोला था। पुलिस ने यहां से बैरिकेडिंग हटा ली थी।
कालिंदी कुंज मार्ग के प्वाइंट पर तैनात दिल्ली पुलिस के एक यातायातकर्मी ने बताया कि सुबह से लेकर रात 10 बजे तक दोपहिया वाहनों और अन्य आपातकालीन सेवाओं के लिए महामाया फ्लाईओवर का रास्ता खोला जाता है। जबकि शाहीन बाग की तरफ जाने वाला मार्ग पूरी तरह से बंद रहता है।
शाहीन बाग तक पैदल मार्च
छात्रों और स्थानीय लोगों ने शुक्रवार को जामिया गेट से लेकर शाहीन बाग तक पैदल मार्च निकाला। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक सरकार इस कानून को वापस नहीं लेगी तब तक हम प्रदर्शन करते रहेंगे। वहीं, हौजरानी में चल रहे प्रदर्शनों में भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर भी पहुंचे थे।