Move to Jagran APP

Delhi BJP executive Meeting: वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने दिया दिल्ली निगम चुनाव जीतने का मंत्र

भाजपा के लिए नगर निगमों पर कब्जा बरकार रखने की चुनौती है। पिछले तीन निगम चुनावों में पार्टी को जीत मिली है। इसे आगे कायम रखने के लिए वरिष्ठ नेताओं ने दिल्ली भाजपा नेतृत्व को विधानसभा चुनाव में मिली हार से सबक लेने की नसीहत दी है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Tue, 23 Nov 2021 06:07 AM (IST)Updated: Tue, 23 Nov 2021 07:39 AM (IST)
Delhi BJP executive Meeting: वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने दिया दिल्ली निगम चुनाव जीतने का मंत्र
वरिष्ठ नेताओं ने दिया दिल्ली नगर निगम चुनाव जीतने का मंत्र

नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद भाजपा के लिए नगर निगमों पर कब्जा बरकार रखने की चुनौती है। पिछले तीन निगम चुनावों में पार्टी को जीत मिली है। इसे आगे कायम रखने के लिए वरिष्ठ नेताओं ने दिल्ली भाजपा नेतृत्व को विधानसभा चुनाव में मिली हार से सबक लेने की नसीहत दी है। वे मानते हैं कि नरेन्द्र मोदी सरकार की नीतियों व अरविंद केजरीवाल सरकार की खामियोें को सही तरीके से आम जनता तक पहुंचाने में विफल रहने की वजह से ही पूर्व में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है, इसलिए निगम चुनाव में यह कमी दूर करनी होगी।

loksabha election banner

भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष व केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से लेकर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत जे पांडा ने अपने संबोधन में दिल्ली के नेताओं व कार्यकर्ताओं से एकजुटता के साथ काम करने, जनता के बीच सक्रियता बढ़ाने के साथ ही मोदी सरकार की नीतियों व उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाने और आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की कमियों को जोरदार ढंग से उठाकर जनता को जागरूक करने की सलाह दी।

संगठन महामंत्री ने नेताओं को एक-दूसरे की शिकायत करने के बजाय एकजुट होकर संगठन की मजबूती और चुनाव की तैयारी पर ऊर्जा लगाने को कहा। उन्होंने नकारात्मक सोच को छोड़कर सकारात्मक तरीके से जनता के बीच जाने का निर्देश दिया। इसी तरह से पीयूष गोयल ने कहा कि यदि मोदी सरकार की उपलब्धियों व केजरीवाल सरकार की खामियों को हम सही तरह से जनता के बीच पहुंचाने में सफल रहें तो निश्चित रूप से निगम के साथ ही अगले विधानसभा चुनाव में भी पार्टी को जीत मिलेगी।

पांडा ने इस बात पर चिंता जताई कि कई कार्यकर्ता क्षेत्र में काम करने के बजाय टिकट पाने के लिए नेताओं की परिक्रमा करने में व्यस्त रहते हैं। उन्होंने कहा कि टिकट का फैसला कोई नेता नहीं जनता करेगी। साफ छवि वालों को टिकट मिलेगा। इससे स्पष्ट है कि क्षेत्र में काम करने वालों पर पार्टी चुनाव में दांव लगाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.