लश्कर आतंकी के पकड़े जाने के बाद छावनी में तब्दील हुई दिल्ली, चप्पे-चप्पे पर है पुलिस की नजर
प्रधानमंत्री आवास से लालकिला जाने वाले दो रूटों के चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं। एक दर्जन से ज्यादा कंट्रोल रूम बनाए गए हैं जहां से पुलिसकर्मी हर शख्स व वाहन पर नजर रख रहे हैं।
नई दिल्ली [जेएनएन]। इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (आइजीआइ) एयरपोर्ट से लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी हबीबुर रहमान उर्फ हबीब के पकड़े जाने के बाद दिल्ली पुलिस ने राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी है। दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जैश-ए-मोहम्मद द्वारा आतंकी हमले को अंजाम दिए जाने का इनपुट सुरक्षा एजेंसियों को मिलने के बाद पहले से ही सतर्क दिल्ली पुलिस अब और चौकन्नी हो गई है। सुरक्षा एजेंसियों ने भी चौकसी बढ़ा दी है। पूरी दिल्ली में चेकिंग की जा रही है।
हर शख्स व वाहन पर है नजर
डीसीपी नई दिल्ली जिला व पुलिस प्रवक्ता मधुर वर्मा के मुताबिक, प्रधानमंत्री आवास से लालकिला जाने वाले दो रूटों के चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं। एक दर्जन से ज्यादा कंट्रोल रूम बनाए गए हैं जहां से पुलिसकर्मी हर शख्स व वाहन पर नजर रख रहे हैं।
ड्रोन उड़ाने पर पाबंदी
उत्तरी व नई दिल्ली जिला समेत पूरी दिल्ली में ड्रोन उड़ाने पर पाबंदी लगा दी गई है। सभी खुले मैदानों पर भी पुलिस नजर रख रही है। सभी महत्वपूर्ण जगहों पर पैरामिलिट्री की तैनाती कर दी गई है। इंटेलीजेंस एजेंसी दिल्ली पुलिस से सभी सूचनाएं शेयर रही है। पुलिस सत्यापन का काम अभी भी जारी है। प्रत्येक दिन सभी होटलों व गेस्ट हाउसों से वहां रहने वाले लोगों की डिटेल लेकर पुलिस उनके बारे में छानबीन कर रही है।
आतंकी हमले की साजिश
ज्ञात रहे कि खुफिया सूत्रों से पुलिस को जानकारी मिली है कि जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर के भाई मुफ्ती अब्दुल रऊफ के बॉडी गार्ड मोहम्मद इब्राहिम उर्फ इस्माइल ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आतंकी हमले की साजिश रची है। अपने मंसूबे को पूरा करने के लिए इब्राहिम मई के पहले हफ्ते में ही पाकिस्तान से जम्मू-कश्मीर पहुंच चुका है। उसकी योजना दिल्ली पहुंचकर हमले में शामिल अन्य आतंकियों का सहयोग करने की है।
आतंकियों को मिल रही है आइएसआइ मदद
जैश-ए-मोहम्मद का कुख्यात मोहम्मद उमर भी हाल ही में जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करने में सफल हो चुका है। दोनों वर्तमान में आंतकी हमले को अंजाम देने में जुटे हुए हैं। खुफिया सूत्रों के अनुसार, जैश-ए-मोहम्मद का डिप्टी चीफ असगर मसूद अजहर और उसके साथी कमांडर भी मामले पर नजर रखे हुए हैं। इन्हें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ की भी पूरी मदद मिल रही है।