सोशल मीडिया पर वायरल हुई सरकारी ऑफिस में अधिकारियों की अय्याशी, अब छिपा रहे मुंह
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही अय्याशी की ये वीडियो उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पीडब्ल्यूडी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी को भी भेजी गई है।
नई दिल्ली, जेएनएन। सरकारी ऑफिस में बैठकर अय्याशी कर रहे अधिकारियों की एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। वीडियो सामने आने के बाद जहां कुछ अधिकारी मुंह छिपाते फिर रहे हैं तो वहीं अन्य अधिकारियों ने इस पूरे मामले में चुप्पी साध रखी है। हालांकि गुपचुप तरीके से वीडियो की विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। माना जा रहा है कि जांच में सत्यता पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सकती है।
ये वीडियो लोक निर्माण विभाग (PWD) के ऑफिस का बताया जा रहा है। इसमें विभाग के दो अधिकारी को मौजूद बताया जा रहा है। वीडियो में जो नजारा दिख रहा है उससे भी यही अनुमान लगाया जा रहा है कि कार्यालय में जाम छलकाए जा रहे हैं। इसकी सत्यता जानने के लिए यह क्लिप लोक निर्माण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भी भेजी गई है, लेकिन उन्होंने भी इस मामले में चुप्पी साध ली है।
सूत्रों का कहना है कि पीडब्ल्यूडी के प्रमुख अभियंता उमेश चंद्र मिश्रा ने इस मामले में अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। वीडियो बना रहे एक व्यक्ति की आवाज भी क्लिप में सुनाई दे रही है। इसमें वह कह रहा है कि सीट छोड़कर कहां जा रहे हो। इस वीडियो क्लिप को मैं आरसी अग्रवाल के पास भेजूंगा। क्लिप में दिखाई दे रहा है कि एक अधिकारी अपनी सीट से उठकर पास में बैठे एक अन्य व्यक्ति के पीछे मुंह छिपा रहा है।
वीडियो बनाने वाला फिर कहता है कि सभी लोग अपने गिलास हाथ में लो। पार्टी का सीन किसी दफ्तर का है। टेबल पर सलाद और गिलास में शराब बताई जा रही है। इसके अलावा टेबल पर सोडा और पानी की बोतलें भी दिख रही हैं। सोशल मीडिया पर इस क्लिप को जिसने अपलोड किया है, उसका दावा है कि इस वीडियो में पीडब्ल्यूडी के सब डिवीजन पीरागढ़ी के दो अभियंता हैं। इसमें से एक सहायक व दूसरे कनिष्ठ अभियंता है।
बताया जा रहा है कि वीडियो क्लिप अगस्त या सितंबर महीने की है। उस समय दिल्ली लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता आरसी अग्रवाल थे। उन्हीं का नाम वीडियो में लिया गया है। अय्याशी की ये वीडियो उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पीडब्ल्यूडी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी को भी भेजी गई है। इस बारे में जब गत 30 सितंबर तक लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता रहे आरसी अग्रवाल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उनके पास ऐसा कोई वीडियो कभी नहीं आया।